विशाखापत्तनम
टीम इंडिया ने विशाखापत्तनम में श्री लंका को 8 विकेट से हराते हुए टेस्ट के बाद वनडे सीरीज भी अपने नाम कर ली। सीरीज के पहले मुकाबले में श्री लंका को जीत मिली थी, जबकि दूसरे मुकाबले में कप्तान रोहित शर्मा के दोहरे शतक की बदौलत भारत ने जोरदार वापसी की। अब तीसरा मुकाबला जीतते हुए वनडे सीरीज अपने नाम कर लिया। मेहमान ने पहले बैटिंग करते हुए 215 रन बनाए। जवाब में भारत ने 32.1 ओवर में सिर्फ दो विकेट खोकर 219 रन बनाते हुए लक्ष्य पा लिया।
छोटे टारगेट का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। कप्तान रोहित शर्मा जोरदार छक्का लगाने के बाद धनंजया की बॉल पर बोल्ड हो गए। वह सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हुए। इस समय भारत का स्कोर 3.4 ओवर में 14 रन थे। पहला विकेट जल्दी गिरने के बाद लगा श्री लंकाई गेंदबाज वापसी कर पाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
शिखर धवन और श्रेयस अय्यर ने शतकीय साझेदारी करते हुए भारतीय पारी को संभाल लिया। श्रेयस का विकेट 149 रन के टीम स्कोर पर गिरा। उन्हें थिसारा परेरा ने लकमल के हाथों कैच कराया। लगातार दूसरे मुकाबले में अर्धशतक लगाने वाले अय्यर ने 63 बॉल में 65 रन के दौरान 8 चौके और 1 छक्का लगाया। इसके बाद शिखर धवन और दिनेश कार्तिक ने टीम को कोई भी झटका नहीं लगने दिया। उन्होंने 85 गेंदों में 12वां वनडे शतक पूरा किया। अपनी शतकीय पारी के दौरान 4000 वनडे रन भी पूरे किए।
कुलदीप यादव (42/3), युजवेंद्र चहल (46/3) और हार्दिक पंड्या (49/2) की घातक बोलिंग की बदौलत भारत ने श्री लंका को वनडे सीरीज के अंतिम मुकाबले में 44.5 ओवर में सिर्फ 215 रन पर ही रोक लिया। भारत को मैच और सीरीज जीत के लिए सिर्फ 216 रन बनाने होंगे। मेहमान टीम के लिए सबसे अधिक ओपनर बल्लेबाज उपुल थरंगा ने 82 गेंदों में 95 रनों की पारी खेली, जबकि सदीरा समरविक्रमा ने 57 गेंदों में 42 रन बनाए। इन दोनों के अलावा कोई भी श्री लंकाई बल्लेबाज टिककर भारतीय गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका।
इससे पहले मेजबान ने रोहित की कप्तानी में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने ओपनर दनुष्का गुणाथिलाका को 13 रन के निजी स्कोर पर आउट करते हुए कप्तान रोहित फैसले को सही साबित किया। हालांकि इसके बाद सदीरा और थरंगा ने दूसरे विकेट के लिए 121 रन जोड़ते हुए श्री लंका को मजबूती देने की कोशिश की।