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पूरक उत्तर पुस्तिका चाहिए तो लिखो पत्र

 मुंबई
एलएलबी की परीक्षा के दौरान कई कॉलेज असमंजस की स्थिति में आ गए। दरअसल मामला छात्र-छात्राओं द्वारा एलएबी परीक्षा में पूरक पुस्तिका मांगे जाने का है। यहां स्टूडेंट्स को पूरक पुस्तिका लेने के लिए पत्र लिखने को कहा गया। वहीं कई जगहों पर पूरक पुस्तिका बांटी ही नहीं गई। हाल ही में मुंबई विश्वविद्यालय द्वारा पूरक पुस्तिका के मांगे जाने पर रोक लगाई थी जिसे बंबई उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया गया था। उच्च न्यायलय के निर्देश से विश्वविद्यालय अवगत था मगर किसी तरह के निर्देश जारी न होने से पूरक पुस्तिका देने को लेकर असमंजस में था। विश्वविद्याय को समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे?

पूरक उत्तर पुस्तिका के लिए मांगा पत्र
कुछ कॉलेजों ने उत्तर पुस्तिका दी, कुछ ने सर्कुलर आने का इंतजार किया, लेकिन दक्षिण मुंबई के एक कॉलेज ने पूरक उत्तर पुस्तिका के लिए विद्यार्थियों से एक नोट लिखकर देने की बात कही।

चर्चगेट स्थित के सी लॉ कॉलेज में एलएलबी तृतीय वर्ष की परीक्षा थी। कुछ विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि उनके कुछ मित्र पूरक उत्तर पुस्तिका की मांग कर रहे थे, लेकिन कॉलेज उनसे एक नोट देने की मांग कर रहा था। इसमें उन्हें लिखकर देना था कि वे अपनी जिम्मेदारी पर पूरक उत्तर पुस्तिका ले रहे हैं। अगर कुछ गलत होता है, तो कॉलेज जिम्मेदार नहीं होगा।

स्टूडेंट्स हुए परेशान 

कॉलेज प्रशासन की तरफ से पूरक पुस्तिका मांगे जाने को लेकर असमंजस की स्थिति देखकर स्टूडेंट्स को समझ में नहीं आ रहा था कि वे पूरक उत्तर पुस्तिका लें या मुख्य उत्तर पुस्तिका में ही सभी उत्तरों को समेट दें। हालात ऐसे थे कि कोई भी विद्यार्थी मीडिया से खुलकर बात नहीं करना चाहता था।

कॉलेज ने पत्र मांगा अब माफी मांगे
स्टूडेंट्स लॉ कॉउंसिल के अध्यक्ष सचिन पवार ने सवाल उठाया कि कॉलेज इस तरह किसी नोट की मांग नहीं कर सकता है। इसके लिए कॉलेज को विद्यार्थियों से माफी मांगनी चाहिए।

केसी लॉ कॉलेज की प्रिंसिपल ने किया बचाव
कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर सुनीता खारीवाल ने बताया कि उच्च न्यायालय ने पूरक उत्तर पुस्तिका नहीं देने के विश्वविद्यालय के फैसले पर रोक लगा दी है। लेकिन परीक्षा शुरू होने तक विश्वविद्यालय की तरफ से कोई निर्देश नहीं आया था। जब विद्यार्थी पूरक पुस्तिका मांगने लगे, तो हमने विश्वविद्यालय से संपर्क किया, जिसमें कहा गया कि इस बारे में जल्द ही निर्देश जा रहा है। विद्यार्थियों को निर्देश आने तक इंतजार नहीं करना पड़े, इसलिए हमने उनसे कहा कि जिन्हें पूरक पुस्तिका चाहिए, वे एक नोट लिखकर दें। अगर पूरक पुस्तिका के लिए सर्कुलर आ गया, तो कोई बात नहीं। लेकिन अगर नहीं आया, तो इसके लिए कॉलेज जिम्मेदार नहीं होगा।

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