इलाहाबाद : महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संगम दर्शन और पूजन के कारण संगम क्षेत्र की व्यवस्था चाक-चौबंद हो गई है। किंतु, कई क्षेत्रों में बिजली, पानी और सड़क का कार्य होना बाकी है। हालांकि, दावा किया जा रहा है कि 10 दिनों में सभी कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
गंगदीप में मुख्य मार्गो और गाटा मार्गो के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी गाटा मार्गो पर पानी की पाइप लाइन बिछाई जानी है। गंगदीप में नलकूप की बो¨रग भी गंगा की धारा की भेंट चढ़ गई है। इसलिए जलनिगम को वहां नई बो¨रग भी करानी पड़ेगी। बिजली के पोल तो गड़ गए हैं लेकिन तार और फिटिंग का कार्य होना बाकी है। इस क्षेत्र में चकर्ड प्लेट बिछाने का कार्य भी शुरू नहीं हुआ है। बहरहाल, झूंसी, दारागंज, रामानुज मार्ग, गंगोली-शिवाला मार्ग पर चकर्ड प्लेट बिछाने का कार्य रविवार को शुरू हो गया। संगम अपर मार्गो पर चकर्ड प्लेटें तेजी से बिछाई जा रही है। काली मार्ग पर पांटून पुल का कार्य भी पीछे है। इस पुल के बनकर तैयार होने में कम से कम 10 दिन लगने की बात कही जा रही है। त्रिवेणी, महावीर, ओल्ड जीटी और गंगोली-शिवाला मार्गो के पांटून पुल खोल जरूर दिए गए हैं, लेकिन दोनों तरफ रेलिंग पोल लगने और उसकी रंगाई होनी बाकी है। उधर, अरैल क्षेत्र में बिजली के पोल और तार लग गए हैं। लेकिन लाइट (फिटिंग) लगनी बाकी है। दिन में बिजली कट जाने से पानी का छिड़काव भी ज्यादातर चकर्ड मार्गो पर नहीं हो पा रहा है। इससे मेले में बालू और धूल उड़ रही है।