कोलकाता
आने वाले समय में प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ( माओवादी ) फिर से आक्रामक होगा। इसके लिए पार्टी के अंदर खास तैयारियां चल रही हैं। अभी तक जिन बुजुर्ग नेताओं के कंधे पर संगठन का जिम्मा था उनकी जगह अब युवाओं को रखने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए अब बुजुर्ग नेताओं को रिटायर करके उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।केंद्रीय नेतृत्व ने इस साल की शुरुआत में ही यह निर्णय ले लिया था पार्टी के बुजुर्ग नेताओं को रिटायर किया जाए। इतना ही नहीं जो लोग महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं संभाल पा रहे हैं वह अपना पद खुद ही छोड़ दें और कोई दूसरा काम देखें। इसे देखते हुए कोलकाता में इसकी शुरूआत हो गई है।
यहां पार्टी का परिपत्र देकर लोगों को आलाकमान का संदेश पहुंचाया जा रहा है। इसे देखते हुए जल्द ही पार्टी में बुजुर्गों की सेवा समाप्त की जाएगी। आपको बता दें कि पार्टी में बुजुर्ग सदस्यों की संख्या काफी बढ़ गई है। इसकी वजह से काम पर असर पड़ने लगा है। अब पार्टी मे नौजवानों को शामिल करके पार्टी की ताकत बनाने की कोशिश की जा रही है।
परिपत्र बांटकर दिया गया संदेश
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की केंद्रीय समिति द्वारा अंगीकार किए गए तीन पृष्ठों वाले संकल्प पत्र और परिपत्र को संगठन में बांटा गया है। इस परिपत्र में कहा गया है कि जो नेता अपनी जिम्मेदारियों को उठा नहीं पा रहे हैं तो वह अपना रिटायरमेंट ले लें। या फिर ऐसा काम करें जो वह कर सकते हैं।