पालघर: कुत्ते के काटने के बाद उचित चिकित्सा नहीं मिलने से 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। बच्चे के परिजन का आरोप है कि उन्हें बच्चे को मुंबई ले जाने के लिए 108 ऐम्बुलेंस सेवा नहीं मिल सकी। सही उपचार नहीं मिल पाया और उसकी मौत हो गई। पालघर पश्चिम के बिडको इलाके में रहने वाले 10 वर्षीय छात्र दिलखुश दिलीप कुमार मंडल को हफ्ते भर पहले कुत्ते ने काटा था। उसका पालघर में इलाज चला, लेकिन 6 दिन बाद तबीयत बिगड़ने पर मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई। 108 नंबर पर फोन कर ऐम्बुलेंस बुलाई गई, लेकिन एंबुलेंस के ड्राइवर और डॉक्टर ने बच्चे को मुंबई ले जाने से इनकार कर दिया। मजबूरन देर रात प्राइवेट निजी ऐम्बुलेंस से उसे बलसाड के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।