मुंबई, समता नगर पुलिस के तहत शिवसेना के पूर्व नगरसेवक अशोक सावंत की हत्या के मामले में जिस नाबालिग को पुलिस ने हिरासत में लिया है, उसे मुख्य आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद सिर्फ 500 रुपये दिए थे। यह जानकारी पुलिस सूत्रों से मिली है। सूत्र बताते हैं कि पूछताछ में नाबालिग आरोपी ने बताया कि फरार चल रहे तीनों मुख्य आरोपी वाघमारे, माने और शिंदे ने उसे मुंबई में अपना घर, गाड़ी और अच्छे से रहने का भरोसा देकर यह काम करने के लिए कहा था। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि उसने ही सबसे पहले अशोक सावंत पर चाकू से वार सात से आठ बार वार किए थे, जबकि ऑटोरिक्शा में बैठे तीनों मुख्य आरोपियों ने सावंत पर कम से कम 15 बार चाकू मारे थे। इस वारदात में सावंत बुरी तरह से जख्मी होकर वही गिर पड़ा और आरोपी ऑटोरिक्शा और बाइक पर बैठकर भाग गए।
भागने के दौरान मुख्य आरोपियों ने उसे 500 रुपये देकर मुंबई से पुणे भाग जाने के लिए कहा था, जिसके बाद वह पुणे निकल गया। जोन-12 के डीसीपी डॉ. विनय राठौड़ ने बताया कि नाबालिग को पुलिस ने पुणे से मंगलवार को पकड़ा और उसे बाल न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे बाल सुधार गृह में भेज दिया गया है। नाबालिग पुणे का रहने वाला है और पुलिस उसकी भूमिका की जांच कर रही है। इसके अलावा सोहैल डोडिया (30) और गणेश जोगदंड (33) को भी गिरफ्तार किया है। दोनों को कोर्ट से पुलिस रिमांड में भेजा गया है। मामले की जांच समता नगर पुलिस कर रही है।
गौरतलब है कि सात जनवरी को घर लौटते वक्त 62 वर्षीय शिवसेना नेता अशोक सावंत पर कांदिवली (पूर्व) के ठाकुर संकुल के सुरभि होटल के पास अज्ञात व्यक्तियों ने कम से कम 20 बार चाकू से गोद कर हत्या कर दी गई थी। उस दौरान सावंत के साथ उनके दोस्त विनोद सोनावने भी थे। पुलिस ने नाबालिग समेत तीन लोगों को पकड़ा है, जबकि मास्टरमाइंड अब भी फरार है। प्रथमदृष्टया यह मामला आपसी रंजिश का लग रहा है, जिसके पीछे स्थानीय एक बिल्डर से संपत्ति विवाद का होना बताया जा रहा है। बिल्डर पर स्थानीय एक दबंग हिस्ट्रीशीटर पर सुपारी देकर हत्या करवाने का भी शक है। पुलिस हर पहलू से जांच में जुटी है।