मुंबई
हज पर जाने वालों की संख्या में सरकार ने इस साल 20 प्रतिशत का इजाफा किया है, लेकिन अर्जी करने वालों की संख्या कम हुई है। साल 2017 में 57,259 लोगों ने हज पर जाने के लिए अर्जी दी थी, जबकि साल 2018 में 43,804 लोगों ने ही अर्जी दी है। हज पर जाने वाले यात्रियों की संख्या के महाराष्ट्र कोटे में इस साल 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल महाराष्ट्र से 9,244 यात्रियों को हज करने का मौका मिला था। इस साल 11,527 लोगों को हज यात्रा पर जाने का मौका मिलेगा।
लगातार तीन वर्ष आवेदन करने वाले यात्रियों को चौथे वर्ष हज यात्रा पर जाने का अवसर देने वाली योजना को फिर से शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। इस बारे में महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र के पास एक प्रस्ताव भेजा है। साल 2018 में हज पर जाने के लिए राज्य भर से 43,779 आवेदन आए थे। इसमें से कंप्यूटरीकृत लॉटरी से 9,244 यात्रियों का गुरुवार को चयन किया गया। इनमें से 1,939 स्थान 70 साल से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों और 16 महिलाओं के लिए आरक्षित रखा गया है। गुरुवार को हज हाऊस में महाराष्ट्र राज्य हज समिति ने हज यात्रा-2018 के लिए कंप्यूटरीकृत लॉटरी सिस्टम से अल्पसंख्यक राज्यमंत्री दिलीप कांबले की उपस्थिति में हज यात्रियों का चयन किया।
इस मौके पर अल्पसंख्यक विभाग के राज्यमंत्री कांबले ने कहा कि हज समिति के माध्यम से राज्य में अनेक योजनाओं को अमल में लाया जाता है। यह समिति प्रत्येक वर्ग से लोगों की मदद करने की ओर अग्रसर है। लिहाजा, महाराष्ट्र राज्य हज समिति का बजट बढ़ाया जाएगा। इसके साथ राज्य सरकार से मिलने वाली सब्सिडी में बढ़ोतरी करने का मसला विचाराधीन है। इस अवसर पर इम्तियाज काजी ने अल्पसंख्यक राज्यमंत्री का पुस्तक देकर स्वागत किया। अल्पसंख्यक विभाग के प्रधान सचिव श्याम तागडे, उपसचिव तडवी, महाराष्ट्र राज्य हज समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.ए.खान, कार्यकारी अधिकारी इम्तियाज काजी, वक्फ बोर्ड के चेयरमैन एम.एम.शेख, शाखा अधिकारी फारूक पठान आदि उपस्थित थे।