Thursday, September 19metrodinanktvnews@gmail.com, metrodinank@gmail.com

दुष्कर्म नहीं कर पाए, तो जला दिया!

मुंबई : दिंडोसी पुलिस के तहत 13 वर्षीय एक बच्चे के साथ 4 युवकों ने अप्राकृतिक दुष्कर्म करने की कोशिश की और नाकाम रहने पर उसे पेट्रोल डालकर जलाने का भी प्रयास किया। पुलिस ने चारों युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आईपीसी की जो धाराएं (285 एवं 338) लगाई हैं, उनसे पीड़ित पक्ष असंतुष्ट है। घटना 28 दिसंबर की है। हालांकि, गुरुवार की शाम पुलिस ने उक्त घटना में पॉक्सो ऐक्ट (3, 8) और आईपीसी 307 (जानलेवा हमला) का भी मामला दर्ज कर लिया है।

क्या है पूरा मामलापीड़ित बच्चे रमजान (बदला हुआ नाम) की मां ने बताया कि 28 दिसंबर को शाम 8:30 से 9 बजे के बीच रमजान अपने दोस्त कलीम (दिव्यांग-बदला हुआ नाम) के साथ फिल्मसिटी में शूटिंग देखकर संतोष नगर स्थित घर आ रहा था। संतोष नगर बस स्टैंड से थोड़ी दूर वेलकम कॉलोनी के सामने सड़क किनारे 4 लोग आग सेंक रहे थे और नशा कर रहे थे। उनमें से एक लड़के ने रमजान को देखा और उसे पकड़ लिया। फिर सड़क किनारे काले रंग की एक जीप खड़ी थी, उसमें ले जाकर रमजान को जबरन थिनर सुंघाया, जबकि दूसरे लड़के ने रमजान के साथ गलत हरकत करने की कोशिश की। जब रमजान बदमाशों के चंगुल से छूटकर भागने लगा, तो आरोपियों में से किसी ने उस पर पीछे से पेट्रोल फेंक दिया और माचिस की तीली जलाकर उछाल दी। पेट्रोल की वजह से आग लग गई और रमजान बुरी तरह जलने लगा। दोस्त कलीम ने आग बुझाने का प्रयास किया, जिसमें वह असफल रहा। रमजान को पास में पानी का ड्रम दिखा, जिसके नीचे की मिट्टी गीली थी। वह वहां लोटने लगा।

रमजान की दादी ने बताया कि वहां से एक कार चालक गुजर रहा था। रमजान को देख उसने कार रोकी और उसे चादर में लपेटकर दिंडोसी स्थित राधा-कृष्ण अस्पताल में भर्ती कराया। मददगार की पहचान योगीराज शेट्टी के रूप में हुई है, जो फिल्म विडियो एडिटर है। शेट्टी ने बताया, ‘उस रात बच्चा जल रहा था और लोग उसे जलता हुआ देख रहे थे। मैंने सड़क किनारे जलते हुए बच्चे को देखा, तो कार रोकी और चादर में लपेट कर उसे नजदीक के एक अस्पताल में भर्ती कराया।’
स्थिति गंभीर राधा-कृष्ण अस्पताल प्रशासन के अनुसार, रमजान की गंभीर हालत देखते हुए अस्पताल ने दिंडोसी पुलिस को तुरंत इसकी सूचना दी और पीड़ित को अस्पताल से जोगेश्वरी ट्रॉमा सेंटर भेज दिया। ट्रॉमा सेंटर प्रभारी ने बताया कि 4 दिन तक चले इलाज के बाद भी जब बच्चे की स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो उन्होंने उसे कस्तूरबा बर्न अस्पताल, मुंबई सेंट्रल में भेज दिया। रमजान की मां ने बताया कि गुरुवार देर शाम उसका ऑपरेशन हुआ। कस्तूरबा के डॉक्टरों ने 50 फीसदी झुलसने की बात कही।

प्रशासन पर आरोप रमजान के परिजन ने दिंडोसी पुलिस पर आरोप लगाया है कि उन्होंने आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। रमजान की दादी ने कहा कि पुलिस पर कानून सम्मत मामला दर्ज नहीं करने का इल्जाम लगाया है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि पीड़ित के बयान के आधार पर दिंडोसी पुलिस ने कानून सम्मत कार्रवाई की है। आरोपियों में एक नाबालिग है, जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। हालांकि, मानव विकास संस्था (एनजीओ) के अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा, एस.सी. शर्मा और समाजसेवी गजेंद्र भंडारी व स्थानीय मीडिया की पहल पर दिंडोसी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पीड़ित पक्ष का गुरुवार शाम सप्लिमेंट्री स्टेटमेंट लेकर अतिरिक्त धाराएं दर्ज की हैं।
प्रशासन का कहना है
पीड़ित बच्चा थिनर सूंघने का आदी है। वारदात की रात दोस्तों के साथ थिनर सूंघने के दौरान आपस में बहस हुई और भूलवश किसी की सिगरेट से बच्चे की पैंट में आग लग गई, जिससे रमजान झुलस गया। ऐसा पीड़ित पक्ष का बयान है, जिसके आधार पर दिंडोसी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। हालांकि, पीड़ित पक्ष प्रशासन के इस बयान को झूठा और मनगढ़ंत बता रहा है।

Spread the love