मुंबई
86 साल के बुजुर्ग को उस वक्त गहरा झटका लगा जब उन्हें पता चला कि किसी ने उनके खाते से 2.25 लाख रुपये निकाल लिए हैं। बता दें कि अगस्त 2017 में एक ही दिन में 10 ट्रांजैक्शन्स के जरिए उनके आईसीआईसीआई बैंक के खाते से यह पैसे निकाले गए है। बैंक का कहना है कि अकाउंट होल्डर ने ही गोपनीय जानकारियां किसी के साथ शेयर की होंगी तभी ऐसा हुआ है।श्यामकांत पंत (86) ठाणे के वसंत विहार की ईडन वुड्स सीएचएस बिल्डिंग में रहते हैं। उन्हें दिसंबर में पता चला कि उनके खाते से 2.25 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं। उन्होंने ठाणे के चितालसर थाने में आईटी ऐक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई है।
पंत ने 12 दिसंबर को अपने आईसीआईसीआई बैंक खाते में 51,814 रुपये ट्रांसफर किए। तबीयत ठीक ना होने के चलते उन्होंने अपने ड्राइवर को पासबुक अपडेट करवाने बैंक भेजा, जब उन्होंने स्टेटमेंट चेक किया तो पता चला कि उनके खाते से 2.25 लाख रुपये किसी ने निकाल लिए हैं।
पंत ने बताया कि उन्हें इसके संबंध में कोई भी एसएमएस प्राप्त नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा, ‘वह नेट बैंकिंग या फिर मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल नहीं करते हैं। इतनी बड़ी बैंक में ऐसा हो सकता है, मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा है।’ उन्होंने अपनी शिकायत में रिफंड की मांग की हैं।
दूसरी तरफ बैंक के प्रवक्ता ने कहा कि सारे ट्रांजैक्शन यूपीआई के माध्यम से हुए हैं जो कि बिना टू-स्टेप ऑथेंटिकेशन के संभन नहीं है। ऐसे में जरूर अकाउंट होल्डर की ओर से गोपनीय जानकारी लीक हुई है। कस्टमर ने हमें बताया है कि उन्होंने अपने डेबिट कार्ड की डीटेल एक कॉलर को बताई थी। ऐसे में इस घटना के लिए वह खुद जिम्मेदार हैं।