मुंबई: मुंबई में महाराष्ट्र का मंत्रालय खुदकुशी का अड्डा बनता जा रहा है. महीने भर में 2 लोग यहां पर आत्महत्या कर चुके हैं जबकि एक को आत्मदाह के ठीक पहले पकड़कर उसकी कोशिश नाकाम की जा चुकी है. राज्य सरकार जहां इससे सकते में है वहीं विपक्ष इसे जनता को न्याय देने में सरकार की नाकामी बताने में जुटा है. बता दें कि गुरुवार शाम 6 बजे के करीब हर्षल रावते नाम के युवक ने मंत्रालय की 5 वी मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली. मुंबई के चेम्बूर में रहने वाला हर्षल अपनी ही साली की हत्या के दोष में उम्रकैद की सजा काट रहा था. जेल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बीके उपाध्याय के मुताबिक हर्षल राज्य की पैठण जेल में अपनी सजा काट रहा था और हाल ही में पैरोल पर छूट कर आया था. 8 फरवरी को ही उसकी पैरोल खत्म हो रही थी. माना जा रहा है कि मंत्रालय में वह अपनी सजा कम कराने के उद्देश्य से आया था लेकिन नियमों के मुताबिक अभी उसे माफी नहीं दी जा सकती थी. इसलिए निराश होकर उसने वहीं पर कूदकर जान दे दी. इस घटना की खबर मिलते ही शाम को मंत्रालय में कूदकर खुदकुशी से हड़कंप मच गया. मंत्री और विपक्षी नेता भी तुरंत मौके पर पहुंच गये और आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई. गौरतलब है कि एक दिन पहले ही मंत्रालय के सामने अविनाश शेट्टे नाम के युवक ने खुदकुशी करने की कोशिश की थी. शेट्टे शरीर पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगाने ही जा रहा था कि पुलिस ने उस पकड़ लिया था. शेट्ट एमपीएससी परीक्षा में फेल होने से दुखी था.
पैरोल पर छूटकर आए शख्स ने मंत्रालय से कूदकर दी जान, महीने भर के अंदर तीसरी घटना
