नई दिल्ली, जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा और उससे लगे क्षेत्र में भारतीय सुरक्षा बलों पर पाकिस्तानी सेना ने पिछले सप्ताह अमेरिका की बनीं टैंक रोधी निर्देशित मिसाइलें (एटीजीएम) दागीं थीं। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार अब इस बात पर ट्रंप प्रशासन से सख्त ऐतराज जताएगी।
सेना के सूत्रों का कहना है कि उस दिन इतने सालों में पहली बार पाकिस्तानी सेना ने 120एमएम के मोर्टारों और राजौरी पर हमले में एटीजीएम का इस्तेमाल किया था। आमतौर पर पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर स्थित भारतीय चौकियों को निशाना बनाने के लिए 80 एमएम के मोर्टारों का इस्तेमाल करता है। लिहाजा रक्षा मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया कि वह यह मुद्दा अमेरिका के समक्ष उठाएंगे।
भारत और अमेरिका के बीच रक्षा और सुरक्षा संबंध बहुत मजबूत हो चुके हैं। जून, 2016 में अमेरिका ने भारत को ‘प्रमुख रक्षा साझीदार’ घोषित किया है। अमेरिका ताकि भारत के साथ उसी स्तर पर रक्षा व्यापार बढ़ा सके और रक्षा तकनीकें साझा कर सके जैसे वह अपने सबसे नजदीकी साझीदारों और सहयोगियों के साथ करता है।