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RBI ऑफिस में अंग्रेजों के जमाने की सुरंग, चोरी या आतंकी हमले के लिए हो सकता इस्तेमाल

मुंबई
भारतीय रिजर्व बैंक ने मुंबई के सेंट जॉर्ज अस्पताल के नीचे बनी एक सुरंग को लेकर चिंता जताई है। बैंक के अधिकारियों का कहना है कि इस सुरंग का इस्तेमाल कभी भी चोरी या फिर आतंकी हमले के लिए किया जा सकता है। 18वीं सदी में बनी इस सुरंग का रास्ता गेटवे, ब्लू गेट और चर्चगेट की तरफ खुलता है। इस सुरंग ने भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों की नींद उड़ा दी है। आरबीआई के मुख्य महाप्रंबधक गौतम प्रसाद बोरा ने अस्पताल के चिकित्सा निरीक्षक को प्रार्थना पत्र लिखा और चिंता जाहिर कि कैसे इस सुरंग का इस्तेमाल किसी आतंकी हमले या फिर चोरी की घटना के लिए किया जा सकता है। प्रार्थना पत्र के जरिए गौतम प्रसाद ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग के साथ उस सुरंग का निरीक्षण करने की इजाज़त भी मांगी।

अंग्रेजों ने बनाई थी सुरंग
यह सुरंग करीब 1.5 किलोमीटर लंबी है जिसका निर्माण अंग्रजों ने सैनिकों और हथियारों की आवाजाही के लिए किया था। हालांकि इस बात के कोई संकेत नहीं मिले हैं कि यह सुरंग आरबीआई कॉम्प्लेक्स तक पहुंचती है। आरबीआई के अधिकारी हर तरीके इस बात की पूरी तरह से पुष्टि कर लेना चाहते हैं कि सुरंग वाला रास्ता सुरक्षित है या नहीं। उसमें कोई छिपा हुआ रास्ता तो नहीं है।

साल 2010 में इस सुरंग की अच्छी तरह से जांच-पड़ताल की गई थी, लेकिन तब से लेकर अभी तक इस सुरंग के अस्तित्व के बारे में कोई खबर नहीं आई है। बावजूद इसके यह सुरंग बैंक स्टाफ मेंबर्स और अस्तपाल के मरीजों के लिए उत्सुकता का विषय बनी हुई है।

आतंकी हमले या चोरी का डर
सुरंग में जाने का एकमात्र रास्ता है जो सेंट जॉर्ज अस्पताल के वार्ड नंबर 5 में बना हुआ है। यह रास्ता एक लकड़ी के ढक्कन से पाटा गया है और इसमें काफी गंदगी है और समुद्र का पानी भरा हुआ है।

आरबीआई के मुख्य महाप्रबंधक ने प्रार्थना पत्र में आगे लिखा, ‘भारतीय रिजर्व बैंक के प्रांगण में इस तरह की खुली या बंद सुरंगे देश की विरासत के लिए बड़े खतरे से कम नहीं हैं। अगर ऐसी कोई सुरंग है तो उसे तुरंत बंद करके सुरक्षित किया जाना चाहिए ताकि किसी भी तरह के खतरे से बचा जा सके। इस तरह के रास्तों का इस्तेमाल आतंकी कर सकते हैं। ड्रग्स और नशा करने वाले कर सकते हैं। अपराधी और नक्सली भी इस तरह के रास्तों को इस्तेमाल कर सकते हैं। कुल मिलाकर यह देश की विरासत समेत लोगों की जान के लिए भी खतरा है।’ अस्पताल की चिकित्सा निरीक्षक डॉक्टर मधुकर गायकवाड ने आरबीआई की तरफ से प्रार्थना पत्र मिलने की पुष्टि की।

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