वाशिंगटन: संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने विश्व निकाय पर इस्राइल को ‘सताने’ का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि वह ऐसी स्थिति को हरगिज स्वीकार नहीं करेंगी जहां198 राष्ट्रों वाला विश्व निकायअपना आधा समय यहूदी राष्ट्र पर हमला करने पर जाया करे. अपनी भारत- अमेरिका की विरासत को याद करते हुए निक्की ने कहा कि वह किसी को सताए जाने को कतई बर्दाश्त नहीं कर सकती हैं. अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र दूत निक्की ने कहा, ‘जब मैं बड़ी हुई तो हमारा दक्षिण कैरोलाइना के छोटे से दक्षिणी शहर में एक ही भारतीय परिवार था. कुल मिलाकर यह अच्छा सहायक समुदाय था, लेकिन इसका यह मतलब नहीं था कि सब अच्छे थे.
मेरे माता- पिता प्रवासी थे. मेरे पिता पगड़ी पहनते थे और मेरी मां साड़ी पहनती थीं. ऐसा वक्त था कि हमें सताया जाता था.’ 46 वर्षीय हेली ने कहा, ‘मैं सताए जाने के खिलाफ खड़ी हुई थी और मैं संयुक्त राष्ट्र में इस्राइल को सताए जाने के खिलाफ भी खड़ी होऊंगी.’ निक्की पहली भारतीय- अमेरिकी शख्स हैं जिन्होंने अमेरिकी प्रशासन में कैबिनेट स्तर के पद पर सेवा दी है. दर्शकों द्वारा खड़े होकर तालियां बजाने के बीच, निक्की ने कहा कि हम ऐसी स्थिति को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं जहां198 देशों का विश्व निकाय अपना आधा समय एक देश इस्राइल पर हमला करने के लिए खर्च करे. उन्होंने कहा कि अगर हम पश्चिम एशिया में सुरक्षा स्थिति के बारे में चर्चा करना चाहें तो हमें ईरान या सीरिया या हिज्बुल्लाह, हमास, आईएसआईएस और यमन में सूखे के बारे में बात करनी चाहिए. पश्चिम एशिया संभवत: 10 प्रमुख मुद्दों का सामना कर रहा है और इस्राइल का इससे कुछ लेना देना नहीं है.