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राज्य सरकार ने सालाना आय की सीमा बढ़ाई, ट्रस्टी अस्पतालों में अब और सुलभ होगा इलाज

मुंबई
ट्रस्टी अस्पतालों में इलाज कराने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को राहत देते हुए राज्य सरकार ने सालाना आय की सीमा बढ़ा दी है। इन अस्पतालों में उन मरीजों को सब्सिडाइज्ड रेट पर इलाज दिया जाता था, जिनकी सालाना आय एक लाख रुपये थी। अब आय सीमा एक लाख साठ हजार रुपये कर दी गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस फैसले से ज्यादा से ज्यादा लोगों को इलाज का लाभ मिलेगा। मिल रहे थे सुझाव
चैरिटी कमिशन से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘आय सीमा बढ़ाने के लिए काफी समय से लोगों के सुझाव आ रहे थे। पिछले कुछ सालों में महंगाई बढ़ी है, जिसके हिसाब से अब तक इस आय सीमा के तहत मिल रही सुविधा सभी जरूरतमंदों को नहीं मिल पा रही थी। हमने इस बारे में संबंधित अधिकारियों से बात कर बढ़ोतरी की बात की थी, जिसके बाद सर्कुलर जारी किया गया।’

इन्हें मिलेगा मुफ्त इलाज
अधिकारी ने बताया कि चैरिटी अस्पतालों में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की दो तरीके से मदद की जाती है। नए सर्कुलर के अनुसार, सालाना एक लाख साठ हजार रुपये आय वालों को सब्सिडाइज्ड रेट पर इलाज दिया जाएगा, जबकि 85 हजार आय वालों को नि:शुल्क उपचार मिलेगा। गौरतलब है कि नि:शुल्क उपचार के लिए पहले सालाना आय की सीमा 50 हजार रुपये थी।

मुंबई के 78 अस्पतालों में लाभ
चैरिटी कमिशन से मिली जानकारी के अनुसार, इस फैसले के बाद महानगर के कोकिलाबेन, जसलोक, ब्रीच कैंडी, हिंदुजा, लीलावती सहित 78 अस्पतालों में गरीब मरीजों को उपचार के दौरान राहत मिलेगी। वहीं, राज्य के ऐसे 300 से अधिक अस्पतालों में इलाज के लिए जाने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को इसका लाभ मिलेगा।

नियमित रूप से हो जांच
बता दें कि चैरिटेबल अस्पतालों में गरीब मरीजों को उपचार देने के लिए 20 प्रतिशत बिस्तर आरक्षित होते हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े लोगों ने बताया कि अस्पताल की तरफ से जरूरतमंद मरीजों को लाभ मिलता है या नहीं, इसकी नियमित जांच होनी चाहिए। कई अस्पताल मरीजों को सुविधा का लाभ नहीं देते, नतीजतन मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ता है।

डॉ. पी.एम. भुजंग, अध्यक्ष, असोसिएशन ऑफ हॉस्पिटल्स का कहना है, ‘आर्थिक रूप से कमजोर अधिक से अधिक लोगों को ट्रस्टी अस्पताल में इलाज का विकल्प उपलब्ध कराने के लिए आय सीमा बढ़ाई गई है।’

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