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पाकिस्‍तानी गायक अदनान सामी भारतीय नागरिक बन सकते हैं तो मैं क्‍यों नहीं: सिराज खान

मुंबई
करीब 23 साल तक भारत में रहने के बाद पाकिस्तान वापस भेजे गए पाकिस्तानी नागरिक सिराज खान ने कहा है कि अगर 14 साल तक भारत में रहने के बाद पाकिस्तानी गायक अदनान सामी भारतीय नागरिक बन सकते हैं तो वह क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि उनकी अंतिम इच्छा है कि या तो उन्हें भारतीय नागरिकता दे दी जाए या उनके परिवार को पाकिस्तान भेज दिया जाए। पाकिस्तान के मानसेहरा से हमारे सहयोगी अखबार मुंबई मिरर से बातचीत में सिराज ने बताया कि वाघा बॉर्डर पर उन्हें बेहद कटु अनुभव का सामना करना पड़ा। सीमा पर जब उन्होंने अधिकारी से पूछा कि क्या वह दोबारा भारत आ सकते हैं या नहीं, इस पर उसने कहा, ‘मैं तुम्हें पत्थर मारूं, इससे पहले तुम यहां से चले जाओ और वापस मत आना। मैं पत्र लिख रहा हूं। वे तुम्हें कभी वीजा नहीं देंगे।’

मुंबई में वेटर का काम करने वाले सिराज ने कहा, ‘यदि मैं एक सिलेब्रिटी होता तो भारतीय गृहमंत्री मेरे घर आए होते और चाय पीकर मुझे रहने की अनुमति दे दिए होते। पाकिस्तान के एक लोकप्रिय सिंगर (अदनान सामी) 14 साल भारत में रहे और उन्हें नागरिकता दे दी गई। मैं भारत में 23 साल रहा और मुझे मेरी गरीबी की वजह से नागरिकता नहीं दी गई।’ पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों ने की पूछताछ
सिराज ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि उन्हें अपने बीबी और बच्चों को बुलाने के लिए मात्र 30 मिनट दिए गए जिससे वह अपने परिवार को नहीं देख सके। उन्होंने कहा, ‘ पाकिस्तान में उन्हें सेना के अधिकारियों को सौंप दिया गया जिन्होंने मेरा स्वागत किया। उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि मुझे इतने साल बाद वापस भेजा गया है। बाद में खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने मुझसे पूछताछ की। मैंने उन्हें पूरे सबूत दिए। मेरे गांव के लोग मेरा इंतजार कर रहे थे। जब मैं वहां पहुंचा तो लोगों ने ऐसे स्वागत किया जैसे ईद हो।’

परिवार से मिलने की अनुमति दी जाए
पाकिस्तानी नागरिक सिराज ने कहा, ‘जब मैं बच्चा था, तब मैं अपने मां-बाप से अलग हो गया था और अब मैं अपनी पत्नी और बच्चों से अलग हो गया हूं। कृपया मुझे न्याय दिलाने में मदद करें। मेरे भारत आने पर प्रतिबंध न लगाएं। मैं मात्र 10 साल का था जब भारत पहंच गया था। मैं वहां एक जिम्मेदार नागरिक की तरह से रहा। मुझे शुरू से ही प्रताड़ित किया गया जबकि मैंने खुद कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।’
सिराज ने भारत सरकार से अपील की कि उन्हें उनके परिवार से मिलने दिया जाए। साथ ही या तो उन्हें वैध तरीके से भारत में रहने की अनुमति दे दी जाए या उनके परिवार को पाकिस्तान आने की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा, ‘मैंने कोई अपराध नहीं किया है। आप चाहें तो पुलिस थाने में जांच कर सकते हैं।’

गलत ट्रेन में बैठ अमृतसर पहुंचा
बता दें, सिराज खान मुंबई के अंटॉप हिल इलाके में रहता था और साजिदा नाम की भारतीय महिला से शादी कर ली थी। उसके तीन बच्चे हैं। खान को भारत में रोक पाने में असफल रहने के बाद उसकी पत्नी साजिदा अपने बच्चों के साथ लौट आई है और जीवन यापन के लिए घरों में जाकर काम कर रही है। खान ने पुलिस को बताया था कि परीक्षा में फेल होने के बाद पिता की फटकार के डर से वह घर छोड़कर चला गया था।

उसने बताया कि वह कराची में अपने चाचा के घर जाना चाहता था लेकिन गलत ट्रेन पर बैठ जाने की वजह से अमृतसर पहुंच गया। उसने बताया कि कुछ समय तक वहां रहने के बाद वह गुजरात चला गया और बच्चों के रिमांड होम में उसे शरण मिली। 18 साल का हो जाने के बाद उसे छोड़ दिया गया। सिराज ने बताया कि गुजरात से वह मुंबई पहुंच गया और रफी अहमद किदवई मार्ग पर रहने लगा। वर्ष 2005 में उसने साजिदा से शादी कर ली और वेटर के रूप में काम करने लगा।

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