ई दिल्ली
दिनदहाड़े हुए गैंगवॉर में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बदमाशों की फायरिंग में एक पानवाला भी घायल हो गया। उसकी हालत गंभीर है। गोलियां चलने से आसपास के लोग दहशत में आ गए। पुलिस जानकारी के मुताबिक, मोनू मान उर्फ नेपाली परिवार के साथ अलीपुर में रहता था। वह जितेंद्र गोगी गैंग का सदस्य था। मोनू हत्या की कोशिश के आरोप में जमानत पर था। शुक्रवार को उसकी रोहिणी कोर्ट में पेशी थी। मोनू अपने दोस्त दिग्विजय के साथ वहां पहुंचा था। दोपहर करीब 12:15 बजे वह दोस्त के साथ कोर्ट से 300 मीटर दूर एक रेस्तरां में लंच कर रहा था। बताया जा रहा है कि तभी सुनील टिल्लू गैंग के 5 से 6 बदमाश कार और बाइक में मौके पर पहुंचे। मोनू ने रेस्टोरेंट में लगे कांच से उन्हें देख लिया। जान पर खतरा मंडराता देख मोनू और उसका दोस्त वहां से भाग निकले। बदमाशों ने पीछा किया और करीब 100 मीटर आगे 12 से 15 राउंड गोलियां चला दीं। गोली लगने से घटनास्थल पर ही मोनू की मौत हो गई। एक गोली वहां मौजूद पानवाले संदीप (22 साल) को भी गोली लगी। संदीप तब अपनी दुकान पर था। पुलिस ने संदीप को पास के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया है। उसकी हालत गंभीर है। हत्या करने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। डीसीपी नॉर्थ वेस्ट के मुताबिक, शुरुआती जांच में मामला रंजिश का लग रहा है। मोनू के दोस्त ने भागकर अपनी जान बचाई। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर आसपास के दुकानदारों से पूछताछ की।
दरअसल अलीपुर इलाके में जितेंद्र गोगी और टिल्लू गैंग के बीच 2014 से वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। दोनों गैंग के कई सदस्य 2013 से पहले संपर्क में थे। 2013 में वर्चस्व को लेकर दोनों गैंग एक दूसरे के दुश्मन बन गए, तभी से एक दूसरे पर हमला करते रहे हैं। 2016 में अलीपुर इलाके के कई गांवों के बुजुर्ग ने दोनों गैंग के बीच माहौल शांत कराने को लेकर पंचायत बुलाई थी, लेकिन कोशिश नाकामयाब रही। 5 नवंबर 2017 को अलीपुर इलाके में अंकित नाम के शिक्षक को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अंकित गोगी गैंग से जुड़ा था। इस वारदात को टिल्लू गैंग के बदमाशों ने अंजाम दिया था।
रोहिणी कोर्ट के पास हुए गैंगवॉर और ताबड़तोड़ चली गोलियों से स्थानीय दुकानदारों और लोगों में खौफ है। दुकानदारों ने कहा कि अगर फायरिंग रेस्टोरेंट के अंदर हो जाती तो कई लोगों की जान जा सकती थी। जिस समय मोनू उर्फ नेपाली और उसका दोस्त दिग्विजय रेस्टोरेंट में लंच कर रहे थे, उस समय वहां कई लोग मौजूद थे।