नई दिल्ली
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को मानहानि केस में झुकाने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने काफी सख्ती दिखाई। गडकरी को भ्रष्ट बुलाने के कारण उन्होंने केजरीवाल पर मानहानि केस दायर किया था। इसी केस में सोमवार को दिल्ली के सीएम ने केंद्रीय मंत्री से माफी मांग ली है। सूत्रों का कहना है कि अनौपचारिक तौर पर केजरीवाल ने पिछले साल ही नितिन गडकरी से अपने व्यवहार के लिए अफसोस जाहिर किया था। सूत्रों ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘केजरीवाल ने अनौपचारिक तौर पर एक साल पहले ही माफी मांग ली थी, लेकिन पिछले 4 महीने से इस दिशा में औपचारिक बातचीत चल रही है।’ बता दें कि 16 मार्च को केजरीवाल के लिखित माफीनामे के बाद दोनों नेताओं ने दिल्ली की एक अदालत में केस रद्द करने के लिए संयुक्त अर्जी दी है। सूत्रों ने यह भी बताया कि गडकरी और उनके सहयोगियों से केजरीवाल की कई बार मुलाकात और औपचारिक बातचीत हुई जिसके बाद आखिरकार दोनों पक्ष नतीजे तक पहुंच सके। सूत्रों ने बताया, ‘दोनों पक्षों के बीच बातचीत काफी समय चली। माफीनामे के लिए शब्दों के प्रयोग को लेकर जब आखिरी फैसला हुआ, उसके बाद ही दोनों पक्ष ही लिखित माफीनामे की सहमति तक पहुंच सके। माफीनामे में केजरीवाल ने जिक्र किया है कि उन्होंने गडकरी पर बिना प्रमाणों और जांच-पड़ताल के ही आरोप लगाए थे।’ सूत्रों ने यह भी बताया कि गडकरी ने केजरीवाल को सलाह दी है कि वह अपने जिम्मेदारियों के निर्वाह पर ध्यान दें और इसके लिए दूसरे मानहानि केस में भी माफी मांगकर आगे बढ़ें। दिल्ली के सीएम ने इसी तरह का माफीनामा पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल और उनके बेटे अमित सिब्बल को भी भेजा है। सूत्रों का कहना है कि 33 मानहानि मुकदमे केजरीवाल पर हैं और वह उन सभी का निपटारा कोर्ट के बाहर ही करना चाहते हैं।