मुंबई
दिल्ली से मुंबई जा रही गरीब रथ एक्सप्रेस में करंट लगने से जिस यात्री की मौत हुई थी उनकी पहचान डोंगरी निवासी नजीम पवास्कर (55) के रूप में हुई है। नजीम अजमेर शरीफ से वापस मुंबई लौट रहे थे। ट्रेन के इलेक्ट्रिक पैनल के अंदर करंट लगने से उनकी मौत हो गई थी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कोच में भीड़ ज्यादा होने की वजह से नजीम पैंट्री की ओर खिसक गए थे, इसी दौरान उनको करंट लग गया। पवास्कर, डोंगरी में एक जॉब कंसेल्टेंसी फर्म चलाते थे, और लगभग हर महीने अजमेर शरीफ जाते थे। इस बार उनके साथ में उनके छोटे बेटे नवाज भी थे लेकिन वापसी में नवाज ने अपने दोस्तों के साथ सड़क मार्ग से मुंबई वापस आने का निश्चय किया जबकि पिता नजीम ने ट्रेन से सफर करना बेहतर समझा।
नवाज ने कहा, ‘मैंने अपने पिता को कॉल किया और उन्हें बताया कि मैं अपने दोस्तों के साथ उनकी कार से वापस मुंबई जा रहा हूं। मैं उनसे दोपहर में मिलने भी वाला था लेकिन हमें देरी हो रही थी इसलिए बिना मिले ही आना पड़ा।’
नजीम कोच में चढ़ने वाले पहले यात्री थे
जबकि नजीम ने अगले दिन ट्रेन से वापस जाने का निर्णय लिया। 26 मार्च को बांद्रा जाने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस करीब सवा चार बजे अजमेर स्टेशन पहुंची। उस समय ट्रेन के कोच के सामने लोगों की काफी भीड़ थी। नजीम कोच जी-14 में चढ़ने वाले पहले यात्री थे। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, ‘कोच में पैंट्री भी जुड़ी हुई थी। भीड़ ज्यादा होने की वजह से नजीम पैंट्री की तरफ जाने वाली संकरी जगह की ओर खिसक गए और इलेक्ट्रिक पैनल के संपर्क में आ गए।’
इस घटना में एक दूसरी थ्योरी भी है जिसके अनुसार नजीम पैंट्री में इस्तेमाल होने वाली गर्म प्लेट के संपर्क में आ गए जिसके बाद उन्हें बिजली का झटका लगा। हालांकि रेलवे ने अभी उनकी मौत की वजह स्पष्ट नहीं की है। चीख सुनकर कोच के अंदर गए तो देखा…’
नजीम के पीछे खड़े एक और यात्री हंसराज जथमाल (50) भी करंट की चपेट में आ गए थे। नवाज ने बताया, ‘उनका एक दोस्त उनके पिता के साथ यात्रा कर रहा था। उसने एक भयंकर चीख सुनी और जैसे ही कोच के अंदर जाकर देखा तो मेरे पिता को फर्श पर गिरा हुआ पाया।’
नजीम और हंसराज को तुरंत अजमेर के जीएलएम अस्पताल ले जाया गया, जहां नजीम को मृत घोषित कर दिया गया। उत्तर पश्चिम रेलवे के चीफ पीआरओ तरुण जैन ने बताया, ‘रेलवे सुरक्षा आयुक्त द्वारा मामले की जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि कोच में किसी तरह की तकनीकी समस्या तो नहीं थी। मौत की ठोस वजह रिपोर्ट आने के बाद पता चल सकेगी।’
यात्रियों ने किया हंगामा
नजीम की पत्नी, पांच बेटे और एक बेटी हैं। अपने पिता की मौत से बदहवास नवाज अफसोस जताते हुए कहते हैं, ‘काश मेरे पिता ट्रेन के बजाय मेरे साथ सफर करते। हम चाहते हैं कि दोषी को सख्त से सख्त सजा हो।’ ऐक्सिडेंट के बाद अजमेर रेलवे स्टेशन में यात्रियों ने प्रदर्शन किया जबकि जिन यात्रियों को उसी कोच में सफर करना था वे डरे हुए थे। हालांकि उस कोच को बाद में दूसरे कोच से बदल दिया गया और ट्रेन शाम सवा सात बजे अजमेर से रवाना हुई।