मुंबई: मंगलवार को विदर्भ के यवतमाल जिले में एक किसान शंकर चायरे ने आत्महत्या कर ली। उसने पत्र लिखकर आत्महत्या के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया। मुंबई पहुंची खबरों के मुताबिक, किसान ने पहले फांसी लगाकर खुदकुशी करने की कोशिश की, लेकिन रस्सी टूट गई। उसके बाद उसने जहर पीकर जान दे दी।
शंकर यवतमाल जिले के राजूरवाडी गांव का एक औसत दर्जे का काश्तकार था। उसने अपनी नौ एकड़ जमीन पर कपास की फसल लगाई थी, लेकिन कपास के फल में कीड़ा लगने से पूरी फसल बर्बाद हो गई। इस फसल के लिए उसने 3.90 लाख रुपये का कर्ज लिया था। सरकार ने कपास किसानों के नुकसान की भरपाई करने की घोषणा की थी, लेकिन किसानों को हुए नुकसान का पंचनामा करने में ही दो-ढाई महीने लग गए। उसके बाद भी आर्थिक मदद नहीं मिल पाई। इस बीच कर्जदारों के तगादे बढ़ने लगे। इसी से तंग आकर शंकर ने यह दुनिया छोड़ दी। समाचार लिखे जाने तक इस मुद्दे पर सरकार की तरफ से कोई अधिकृत बयान जारी नहीं हुआ था।