लखनऊ
उन्नाव गैंगरेप मामले में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर शिकंजा कस गया है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार रात विधायक को सरेंडर करने का आदेश दिया था और गुरुवार को विधायक पर पुलिस ने FIR भी दर्ज कर ली है। कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ पुलिस ने धारा 363, 366, 376 ,506 और पॉक्सो ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया है। विधायक पर एफआईआर दर्ज किए जाने पर पीड़िता के चाचा ने कहा, ‘हां, हमें खुशी है कि कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। यदि पहले ही यह कार्रवाई हो जाती तो आज मेरे भाई (पीड़िता के पिता) जिंदा होते।’
राज्य सरकार साथ ही इस मामले की जांच सीबीआई को भी सौंपने की तैयारी कर चुकी है। यूपी के प्रधान सचिव (सूचना) ने कल बताया था कि इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी। उधर, पीएम नरेंद्र मोदी भी राज्य की जमीनी हकीकत जानने के लिए विधायकों से फोन पर बात करेंगे। बता दें कि कुलदीप सेंगर कल रात को एसएसपी आवास पर सरेंडर करने को पहुंचे थे, लेकिन हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद बिना सरेंडर किए वहां से लौट गए। विपक्ष हमलावर, शीर्ष नेतृत्व नाखुश
उन्नाव गैंगरेप मामले में विपक्षी दल भी राज्य की योगी सरकार पर हमलावर हो गई है। उधर, पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी इस पूरे एपिसोड से नाखुश है। बीजेपी पिछली एसपी सरकार पर कानून व्यवस्था और महिलाओं पर अत्याचार की तोहमत लगाकर यूपी की सत्ता हासिल की थी, पर इस मामले में पार्टी की छवि खराब हुई है।
पीएम मोदी ने मोर्चा संभाला, विधायकों से फोन पर करेंगे बात
योगी सरकार और बीजेपी में उठते विवादों के बीच पीएम मोदी ने तय किया है कि वह खुद राज्य के विधायकों को फोन कर जमीनी हकीकत का पता लगाएंगे। इसके लिए बीजेपी ने यूपी के सभी विधायकों से कहा कि वह रोज दिन में 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अपना फोन जरूर ऑन रखें। बुधवार को मोदी ने सिद्धार्थनगर के इटवा के विधायक सतीश चंद्र द्विवेदी से बात की। अमित शाह को दी गई पूरी जानकारी
बुधवार को एक दिन के लखनऊ यात्रा पर आए बीजेपी चीफ अमित शाह को सीएम योगी ने पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया और बुधवार शाम तक पहली रिपोर्ट देने के लिए कहा गया। SIT की रिपोर्ट में कहा गया है कि विधायक की भूमिका को जांच को प्रभावित करने वाली है। बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व विधायक के खुलकर समर्थन करने वाले बयानों से भी खफा दिख रहा है। बताया जा रहा है कि पार्टी विधायक को बर्खास्त भी कर सकती है। कुलदीप सेंगर ठाकुर नेता हैं और एसपी योगी पर ठाकुर नेताओं को बचाने का आरोप लगा रही है। अधिकारियों की भूमिका भी शक के घेरे में
सूत्रों ने बताया कि पार्टी नेतृत्व ने गैंगरेप और पीड़िता के पिता की मौत मामले में सीएम को सीबीआई जांच की सिफारिश करने को कहा है। SIT की जांच में पाया गया कि विधायक के प्रभाव के कारण उन्नाव के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की तरफ से मामले को दबाने की बात भी सामने आई है। उन्नाव की एसपी और कई जेल के अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘ इस मामले की जांच सीबीआई ही बेहतर तरीके से कर सकती है क्योंकि यूपी पुलिस पर राजनीतिक हमले होंगे।’