मुंबई
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पर विश्वासघात करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह आरोप कोकण के रत्नागिरी में बनने वाली पेट्रोलियम रिफाइनरी के लिए सऊदी अरब की एक कंपनी के साथ सामंजस्य करार किए जाने के बाद लगाया है। बता दें कि बुधवार को दिल्ली में रिफाइनरी परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने सऊदी अरब की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी अरमको के साथ करार किया है। उसके बाद से शिवसेना इस मुद्दे पर आक्रामक है। मुंबई में रहने वाले कोकण के लोगों ने भी गुरुवार को एक बैठक कर इस परियोजना का विरोध किया है। इस संबंध में जारी एक बयान में उद्धव ने कहा, ‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कमजोर रीढ़ के निकले। अगर स्थानीय लोगों का विरोध होगा, तो रिफाइनरी कोकण में नहीं लगाई जाएगी, यह वचन देने के बाद भी यह परियोजना लाद दी गई। यह विश्वासघात है। इससे साबित होता है कि मुख्यमंत्री के वचन की दिल्ली में कोई कीमत नहीं है।’ उद्धव ने कहा कि शिवसेना किसी भी हालत में कोकण में पेट्रोलियम रिफाइनरी का काम शुरू नहीं होने देगी, क्योंकि स्थानीय लोग इसके खिलाफ हैं। बता दें कि आगामी विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे पर कोकण की राजनीति गरमाने वाली है।
महाराष्ट्र के हित के लिए है परियोजना
वहीं इस पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि तीन लाख करोड़ के निवेश की यह रिफाइनरी परियोजना महाराष्ट्र के हित की परियोजना है। इससे रोजगार और औद्योगिकीकरण को गति मिलेगी। दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है धीरे-धीरे शिवसेना का विरोध खत्म हो जाएगा और सर्व सम्मति से सभी इस परियोजना का समर्थन करने लगेंगे।’