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मौलवी के घर में प्रदर्शनकारियों ने की तोड़फोड़

गाजियाबाद
गाजीपुर से लापता हुई 10 साल की बच्ची के मदरसे में मिलने से गुस्साए जय शिव सेना संगठन के कथित कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार सुबह मौलवी के घर में तोड़फोड़ की। सूचना पर पहुंची साहिबाबाद पुलिस ने गुस्साए लोगों को शांत कराने का प्रयास किया। मामला बढ़ा तो मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण एसएसपी वैभव कृष्ण और एसपी सिटी आकाश तोमर भी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। इस दौरान एसएसपी ने मौलवी के घर और मदरसे के आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ भी की। तोड़फोड़ करने के आरोप में पुलिस ने 8 नामजद सहित 20 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। वहीं शुक्रवार देर शाम दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 35 वर्षीय मौलवी गुलाम शाहिद को अरेस्ट कर लिया।
जय शिव सेना संगठन के कथित कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का दावा किया था, लेकिन वे लोग सुबह कॉन्फ्रेंस करने की जगह मौलवी के घर पहुंचे और तोड़फोड़ कर दी। मौलवी के घर में तोड़फोड़ की सूचना पर स्थानीय चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची और गुस्साए लोगों को शांत कराया। मामला बढ़ता देख थाने से पुलिस फोर्स बुलाई गई। सीओ और एसएचओ साहिबाबाद ने मौके पर पहुंच कर मोर्चा संभाला और प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत कराया। इसके बाद पुलिस ने मौलवी के घर को बंद किया तोड़फोड़ करने वालों की छानबीन शुरू कर दी।
साहिबाबाद एसएचओ आर.के. सिंह ने बताया कि पुलिस ने राजनगर एक्सटेंशन निवासी ललित और अमित त्यागी को बलवा और तोड़फोड़ की धारा में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपित अमित खुद को जय शिव सेना संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बता रहा है। प्रदर्शन कर रहे संगठन के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने पुलिस से मदरसे और मौलवी के घर को सील करने की मांग की। लोगों का आरोप था कि अगर मदरसा चलता रहा तो भविष्य में और भी बच्चियों के साथ घटनाएं हो सकती हैं। पुलिस ने जल्द सीलिंग की कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
उधर मौलवी के घर पर तोड़फोड़ के दौरान उपजे तनाव के कारण लोगों ने घर और दुकानें बंद कर दीं। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंच लोगों को समझाया और बंद दुकानों व घरों को खुलवाया। प्रदर्शन कर रही महिलाओं और आस-पास के लोगों का आरोप है कि मौलवी ने बच्ची को पहले अपने घर में रखा था। जब आस-पास के लोगों को इस बात की भनक लगी तो मौलवी रात के अंधेरे में उसे नकाब बांध कर मदरसे में ले गया। जहां बच्ची को बंधक बनाकर रखने का आरोप है।

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