कोलकाता
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में इन दिनों रेस्ट्रॉन्ट्स और ढाबों में नॉन-वेज खाने की बिक्री लगभग आधी हो गई है। लोगों को आशंका है कि यहां पर कुत्ते और बिल्लियों के मांस लोगों को परोसे जा रहे हैं। मामला इतना गंभीर हो गया है कि होटेल ऐंड रेस्ट्रॉन्ट्स असोसिएशन ऑफ ईस्टर्न इंडिया (एचआरएईआई) ने अपने सदस्यों को अडवाइजरी जारी करके रजिस्टर्ड सप्लायर्स से ही मीट खरीदने को कहा है। दरअसल, कोलकाता के राजाबाजार में एक बर्फ फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान सामने आया कि यहां मरे हुए जानवरों का मांस प्रोसेस करके होटेल और रेस्तरां में बेचा जाता था। इस दौरान पैक्ड और बिकने के लिए तैयार मरे हुए जानवरों का 20 टन मांस जब्त किया गया।
साउथ कोलकाता में बिरयानी की दुकान चलाने वाले शेख शमीम ने बताया कि उनकी दुकान पर होने वाली बिक्री में 60 पर्सेंट की कमी हो गई है। उन्होंने कहा, ‘सामान्य दिनों में हम 25-30 किलोग्राम मीट का उपयोग करते हैं लेकिन इन अफवाहों के बाद हम 8 किलो के आसपास ही सिमट गए हैं। इससे बहुत नुकसान हो रहा है।’ हालांकि, एक-दो जगहों पर इस तरह की अफवाहों से कोई फर्क नहीं पड़ा है और बिक्री में भी कोई कमी नहीं आई है।
सब्जियों की बिक्री में हुई बढ़ोतरी
जानकारी के मुताबिक, हफ्ते के अंत में देखा गया कि मछली और सब्जियों की बिक्री में अचानक बढ़ोतरी हो गई। एचआईएईआई के अध्यक्ष सुरेश पोद्दार का कहना है, ‘हमारे सदस्यों के अलावा अन्य लोग भी संदेहास्पद जगहों या लोगों से मांस नहीं खरीदते हैं। छोटी दुकानें और ढाबे वाले ही सड़कछाप वेंडर्स से मांस खरीदते हैं। इसी पर संदेह हो रहा है कि यह मांस कुत्ते-बिल्ली का है। हमने रेस्ट्रॉन्ट्स से ऐसे मांस ना खरीदने की अपील की है लेकिन नॉन-वेड खाने की बिक्री में कमी होना चिंता का विषय है।’
सूत्रों के मुताबिक, तीन नामचीन दुकानों ने इस मामले को लेकर कोलकाता पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाकर इसकी जांच किए जाने की मांग की है, जिससे लोग इस बार में निश्चिंत हो सकें और दुकानदारों को भी नुकसान ना उठाना पड़े।