ठाणे
महाराष्ट्र के ठाणे रेलवे स्टेशन पर लगी स्वचालित सीढ़ी (एस्केलेटर) में खराबी आने से पांच यात्री शुक्रवार शाम को घायल हो गए। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि स्वचालित सीढ़ी अचानक से विपरीत दिशा में चलने लगी। तभी एक अलर्ट यात्री ने इमर्जेंसी बटन दबाकर बड़ी दुर्घटना होने से बचाया। वहीं रेलवे अथॉरिटी ने सीढ़ियों के उलटी दिशा में चलने के दावे का खंडन किया। ठाणे रेलवे स्टेशन में यह घटना शुक्रवार शाम 8 बजे से पहले प्लैटफॉर्म नंबर 1 पर घटी। एक प्रत्यक्षदर्शी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, ‘स्वचालित सीढ़ी संभवत: ओवरलोडेड थी और उसने काम करना बंद कर दिया। इससे कई लोगों का बैलेंस बिगड़ गया। इससे पहले कोई कुछ समझ पाता, सीढ़ी उल्टी दिशा में चलने लगीं। सीढ़ियों पर मौजूद सभी यात्री घबराते हुए चिल्लाने-चीखने लगे। इतने में एक अलर्ट यात्री ने किसी तरह इमर्जेंसी बटन तक पहुंचकर उसे स्विच ऑफ किया।’ इसके बाद रेलवे अथॉरिटी ने स्वचालित सीढ़ियों को सार्वजनिक इस्तेमाल के लिए रोक दिया।
स्थानीय अस्पताल में भर्ती हुए घायल
पांच घायलों में से एक व्यक्ति को कोहनी में फ्रैक्चर का अंदेशा लगाया जा रहा है। ठाणे स्टेशन मैनेजर ऑफिस के अधिकारियों ने घायलों को पास के ही मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया। तीन घायलों की पहचान सुजीत ठाकुर (31), तेजस्विनी मिश्रा (23) और कुलदीप वारे (25) के रूप में हुई है। यात्रियों ने रेलवे प्रशासन को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए स्वचालित सीढ़ियों की चेकिंग में लापरवाही का आरोप लगाया। ठाणे स्टेशन में 8 स्वचालित सीढ़िया हैं।
रेलवे ने शुरू की मामले की जांच
एक यात्री ने बताया, ‘आश्चर्य की बात यह है कि यह सीढ़ी कुछ समय पहले ही लगाई गई थी और इतनी जल्दी यह खराब हो गई। क्या हम एक और एल्फिंस्टन रोड हादसे का इंतजार कर रहे हैं?’ एक सेंट्रल रेलवे अधिकारी ने स्वचालित सीढ़ी के उल्टा चलने की संभावना से इनकार किया। एक अधिकारी ने कहा, ‘हैंड रेल स्लीपेज के कारण का पता लगाने के लिए इंजिनियर भेजे गए हैं।’