नई दिल्ली
मुंबई हमले को लेकर नवाज शरीफ के कबूलनामे ने पाकिस्तान की सियासत में हलचल मचा कर रख दी है। पहले इमरान खान ने नवाज पर पाकिस्तान के खिलाफ मोदी की भाषा बोलने का आरोप लगाया है तो अब उनके बयान पर लीपापोती की कोशिश की जा रही है। नवाज ने मुंबई हमला केस के ट्रायल में देरी पर सवाल उठाए थे तो अब पूर्व आंतरिक मंत्री चौधरी निसार अली खान ने उलट बात कही है। चौधरी निसार अली खान ने ट्रायल में देरी का ठीकरा भारत पर फोड़ा है। वहीं भारत ने नवाज के बयान पर कहा है कि इससे पता चलता है कि हमारा स्टैंड सही था। आपको बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने डॉन को दिए एक इंटरव्यू में चौंकाऊ बातें कहीं थीं। नवाज ने स्वीकार किया था कि मुंबई पर हुए हमले में पाकिस्तानी आतंकवादी शामिल थे। भ्रष्टाचार के आरोपों में प्रधानमंत्री पद से हटने के नौ महीने बाद नवाज ने यह भी माना कि पाकिस्तान चाहता तो इस हमले को रोका जा सकता था। यह पहली बार है जब किसी पाकिस्तानी नेता ने इन हमलों से अपने देश का नाता होने की बात कबूल की है, क्योंकि अभी तक पाकिस्तान इन आरोपों को नकारता रहा है।
शरीफ कहा था कि ‘(पाकिस्तान में) आतंकी सक्रिय हैं। क्या हमें उन्हें सीमा पार करने और मुंबई में 150 लोगों की हत्या करने की छूट देनी चाहिए थी? …कोई मुझे बताएगा कि इस मामले में सुनवाई भी हमने पूरी क्यों नहीं की? हम तो केस भी पूरा नहीं चलने देते।’ नवाज के इस बयान के बाद पाकिस्तान में तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। इस बीच पाक के पूर्व आंतरिक मंत्री ने कहा है कि मुंबई हमले केस के परिणाम तक नहीं पहुंचने में सबसे बड़ी बाधा खुद भारत सरकार है।
चौधरी निसार अली खान ने भारत पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में 90 फीसदी सबूत और तथ्य भारत के पास हैं लेकिन फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) की कई कोशिशों के बाद भी इसे साझा नहीं किया जा रहा है।
भारत ने कहा, ‘महत्वपूर्ण कबूलनामा, हमारा स्टैंड सही’
नवाज शरीफ द्वारा 26/11 के मुंबई हमले में पाकिस्तान की भूमिका स्वीकार करने पर भारत ने इसे महत्वपूर्ण कबूलनामा बताया है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत सरकार हमेशा से इस बात पर कायम रही है कि हमलों के साजिशकर्ता पाकिस्तान में थे। उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ का बयान यह साबित करता है कि हमारा स्टैंड सही है।