ठाणे
इलेक्ट्रिक पर चलने वाली पहली बस ठाणे म्यूनिसिपल ट्रांसपोर्ट (टीएमटी) के बेड़े में शामिल हो गई है। लेकिन चार्जिंग स्टेशन का काम पूरा नहीं होने के चलते बस के संचालन पर सवाल खड़े होने लगे हैं। सूत्रों के अनुसार, शहर में चार्जिंग स्टेशन के न होने के चलते बस को चार्ज करने के लिए मुंबई या नवी मुंबई चार्जिंग स्टेशन पर ले जाना पड़ेगा। इलेक्ट्रिक बस में वाईफाई, लैपटाप, प्रिंटर, कम्प्यूटर इत्यादि सुविधाएं उपलब्ध होंगी और चलती बस में लोग अपने ऑफिस, नौकरी या व्यवसाय संबंधी कामकाज कर सकेंगे। एक बस की कीमत सवा से डेढ़ करोड़ के करीब बताई गई है। चार्जिंग स्टेशन के बनने के बारे में मनपा के कुछ अधिकारीयों तथा टीएमटी के अधिकारीयों से संपर्क किया गया, लेकिन किसी ने कुछ कहने से इंकार किया।
अभी बन रहा है चार्जिंग स्टेशन
ठाणे शहर के लोगो को अच्छी यातायात सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बैट्री पर चलने वाली 100 इलेक्ट्रिक बसों को टीएमटी के बेड़े में शामिल किया जाना है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी ) के आधार पर पहले चरण में 10 बस को ठाणे शहर की सड़को पर उतारा जाना है। उक्त प्रक्रिया में गुरुवार को पहली इलेक्ट्रिक बस टीएमटी जवाहर बाग डिपो में पहुंची। ठाणे शहर के घोड़बंदर रोड स्थित आनंद नगर परिसर तथा गायमुख में चार्जिंग स्टेशन बनाने का काम शुरू है, जिसे पूरा करने में समय लगेगा। ऐसे में अभी तय नहीं हो पाया है की इलेक्ट्रिक बस कब से शुरू की जाएगी।
पुरानी बसें खा रही हैं धूल
बस की यात्री क्षमता 33 बताई गई है और पूरी तरह तरह से चार्ज होने पर 170 किलोमीटर तक का सफर करेगी। पांच से छह घंटे में पूरी चार्जिंग होगी। बस पूरी तरह से स्वयंचलीत है और उसमे गिअर, क्लच और इंजन आवाज नहीं करेंगे। वर्तमान में टीएमटी के पास 313 बसे हैं। सड़क पर प्रतिदिन करीब 180 बसें दौड़ रही हैं। रखरखाव और उचित मरम्मत के अभाव में बड़ी संख्या में बसें डिपो में पड़ी धूल खा रही हैं। बसों की कमी के चलते आम ठाणेकरो को रोज परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।