मुंबई
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पूरे महाराष्ट्र के शहरों को जोड़ने वाली लाइफलाइन की तरह है। खासकर मुंबई और पुणे को जोड़ने के वाले इस एक्सप्रेसवे पर हैवी ट्रैफिक रहता है। हर साल यहां ढेरों सड़क हादसे होते हैं। बीते दिनों भी यहां कई भीषण हादसे हुए हैं। मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे दुर्घटनाओं से जुड़े मामलों के लिहाज से असुरक्षित है। सड़क सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अधिकारी इन हादसों को लेकर चिंतित हैं। बीते चार महीने में रोड एक्सीडेंट की घटनाओं में यहां 31 लोग जान गंवा चुके हैं। 2003 में शुरू होने के बाद से ही इस एक्सप्रेसवे पर पांच हजार से ज्यादा हादसे हुए हैं और 1500 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।
इस एक्सप्रेसवे पर विभिन्न दुर्घटनाओं में जनवरी 2018 और अप्रैल 2018 के बीच 27 लोग मारे गए हैं। दुर्घटनाओं के लिए अन्य कारण तेज रफ्तार, टायरों का खराब रखरखाव और एक्सप्रेसवे पर अपने वाहनों को रोकने वालों पर नियंत्रण की कमी हैं। दुर्घटनाओं के लिए ओवरस्पीडिंग और लेन काटना भी मुख्य कारण है।