मुंबई
ठाणे में एक महिला को उसके ससुराल वालों ने इतना परेशान किया कि उसने अपनी बच्ची की जान ले ली और उसे खाड़ी में फेंक दिया। बताया जा रहा है कि 11 महीने की बच्ची मंदबुद्धि थी , जिसे महिला का पति और सास अपने घर में रखने को तैयार नहीं थे। वे बच्ची को उसके ननिहाल में छोड़ने की बात कर रहे थे और महिला को लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस फायर ब्रिगेड की मदद से कलवा खाड़ी में बालिका के शव की तलाश कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ठाणे के लोकमान्य नगर इलाके में रहने वाली 30 वर्षीय यशोदा किरण छेडा की दो बेटियां थीं। एक पांच साल की और दूसरी 11 माह की। इनमें छोटी बेटी सिद्धि जन्म से मंद बुद्धि थी। ससुराल में सिद्धि की देखभाल करना यशोदा के लिए परेशानी भरा हो रहा था। बताया गया है कि सास और पति ने मंद बुद्धि के चलते सिद्धि को यशोदा के मायके छोड़ने को कहा था। इसके बाद 18 मई को पति उसे बच्ची के साथ ठाणे रेलवे स्टेशन पर छोड़कर चला गया था।
मानसिक रूप से परेशान यशोदा मायके नहीं गई और वह बेटी के साथ शहर के बीचोंबीच मौजूद तालवपाली परिसर पहुंची। मूस चौक पहुंचने पर यशोदा बेटी को लेकर जमीन पर बैठ गई और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को लेकर वह पैदल चलते हुए कलवा खाड़ी पहुंची और शव खाड़ी में फेंककर वापस ससुराल चली गई। पुलिस ने बताया कि ससुराल पहुंचने पर यशोदा ने बताया कि वह बेटी को मायके छोड़ आई है।
बेटी की सुध आई, तो मामला खुला
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पिछले दो-तीन दिन से पिता बेटी को मायके से वापस लाने के लिए पत्नी पर दबाव डाल रहा था। इसके बाद यशोदा ने बेटी की हत्या कर शव को खाड़ी में फेंकने की बात का खुलासा किया। इसके बाद सोमवार को यशोदा का पति उसे लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचा और फिर यशोदा की जुबानी सुनने के बाद ठाणे नगर पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे हिरासत में लिया। वरिष्ठ निरीक्षक मंदार धर्माधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।