शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी, महाराष्ट्र की सत्ता में भागीदार इन दो पार्टियों में पिछले दो-तीन सालों से जारी तू तू-मैं-मैं का अंत शिवराज्याभिषेक के दिन हुआ, जब भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह शिवसेना के गढ़ मातोश्री पहुंचे.
शाह ने मातोश्री में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बंद कमरे में चर्चा की. लेकिन इस चर्चा की विस्तृत जानकारी बाहर नहीं आने के कारण बातचीत को लेकर रहस्य बना हुआ है.
इतना ही नहीं, शिवसेना और भाजपा, इन दो तथाकथित दोस्तों के बीच की उलझनें सुलझने की बजाए और बढ़ ही रही हैं. हालांकि ये उलझन ख़ुद शिवसेना की ही बनाई हुई है.
साल 2014 में लोकसभा चुनाव के वक़्त दोनों पक्के दोस्त थे और गठबंधन धर्म का पालन करते हुए चुनाव लड़े थे.