प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली मेट्रो के मुंडका-बहादुरगढ़ कॉरिडोर की शुरुआत की. इस दौरान मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता शहरों में सुगम, आरामदायक और सस्ता परिवहन व्यवस्था बनाने की है.
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस नए कॉरिडोर का उद्घाटन करते हुए पीएम ने कहा कि यातायात संपर्क और विकास का एक-दूसरे के साथ सीधा संबंध है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “हमारी सरकार ने मेट्रो के लिए नीति बनाई. ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि हमने महसूस किया कि मेट्रो के लिए सुसंगत कार्य की बड़ी जरूरत होती है.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार मेट्रो ट्रेनों के कोच भारत में बनाकर मेक इन इंडिया को बढ़ावा देना चाहती है. मोदी ने कहा, “दिल्ली मेट्रो और अन्य मेट्रो को बनाने में कई देशों ने हमारी मदद की. अब हम अन्य देशों की मेट्रो प्रणाली के लिए कोच डिजाइन करके उनकी मदद कर रहे हैं.”उन्होंने कहा, “नए भारत को नये और स्मार्ट ढांचे की जरूरत है. हमने सड़कों, रेलवे, राजमार्ग, हवाईमार्ग, जलमार्ग और इंटरनेट संपर्क पर काम किया. यातायात संपर्क और समय से विकास परियोजनाओं को पूरा करने पर हमारा ध्यान अद्वितीय रूप से केंद्रित है.”मोदी ने कहा, “बहादुरगढ़ में काफी आर्थिक विकास हुआ है. यहां कई शैक्षणिक केंद्र हैं. यहां के छात्र दिल्ली तक की यात्रा करते हैं. मोदी ने कहा, “मेट्रो यहां के लोगों को सुविधा प्रदान करेगा. इसे हरियाणा का गेटवे माना जाता है. हमने देखा है कि दिल्ली मेट्रो ने लोगों के जीवन पर किस तरह का सकारात्मक प्रभाव डाला है.”
बता दें कि मुंडका-बहादुरगढ़ का पूर्णतया एलिवेटेड 11.2 किलोमीटर वाला कॉरिडोर दिल्ली मेट्रो के ग्रीन लाइन का हिस्सा है. मुंडका-बहादुरगढ़ के इस कॉरिडोर में सात स्टेशन हैं. मेट्रो के इस कॉरिडोर को खोले जाने के बाद इंद्रलोक-बहादुर कॉरिडोर 26.33 किलोमीटर लंबा हो जाएगा