नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले में फंसा पंजाब नेशनल बैंक अब नया इतिहास रचने की तैयारी में है. दरअसल, अपने पिछले घाटे के रिकॉर्ड से निकलकर पीएनबी अब मुनाफे का रिकॉर्ड बना सकता है. यह एक ऐसा रिकॉर्ड होगा, जो शायद किसी बैंक ने नहीं बनाया होगा. क्योंकि, बैंक ने जनवरी-मार्च तिमाही नतीजों में 5367 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया था. लेकिन, अब बैंक रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज करा सकता है. दरअसल, ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीएनबी आने वाली जून-सितंबर तिमाही में 5000 करोड़ का शुद्ध मुनाफा घोषित कर सकता है.
क्या है ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पंजाब नेशनल बैंक आगामी तिमाही में दोबारा इतिहास रचने जा रहा है. पीएनबी जून-सितंबर तिमाही में देश के बैंकिंग इतिहास में किसी एक तिमाही में सबसे बड़ा मुनाफा दर्ज करने वाला है. हालांकि, इस मुनाफे को दर्ज करने के लिए बैंक ने अपनी कुछ एसेट्स बेचने का फैसला किया है. ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के मुताबिक, पीएनबी ने जून से सितंबर महीने के बीच 5,000 करोड़ रुपए की आमदनी का लक्ष्य रखा हुआ है. संपत्तियां बेचकर और फंसे कर्जों की वसूली करके बैंक यह लक्ष्य हासिल करेगा.
बढ़ गई थी प्रोविजनिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, पीएनबी अगर अपने मकसद में कामयाब होता है तो यह देश के बैंकिंग सेक्टर के लिए सबसे बड़ा तिमाही लाभ होगा. आपको बता दें, नीरव मोदी घोटाले के बाद पीएनबी को 3,281 करोड़ रुपए की प्रविजनिंग बढ़ाकर 11,380 करोड़ रुपए करनी पड़ी थी. उसके फंसे कर्ज की रकम भी एक साल में दोगुनी से ज्यादा हो गई थी. दरअसल, बैंक का एनपीए मार्च 2015 के आखिर में 25,695 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 55,818 करोड़ रुपए हो गया.
बढ़ गई थी प्रोविजनिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, पीएनबी अगर अपने मकसद में कामयाब होता है तो यह देश के बैंकिंग सेक्टर के लिए सबसे बड़ा तिमाही लाभ होगा. आपको बता दें, नीरव मोदी घोटाले के बाद पीएनबी को 3,281 करोड़ रुपए की प्रविजनिंग बढ़ाकर 11,380 करोड़ रुपए करनी पड़ी थी. उसके फंसे कर्ज की रकम भी एक साल में दोगुनी से ज्यादा हो गई थी. दरअसल, बैंक का एनपीए मार्च 2015 के आखिर में 25,695 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 55,818 करोड़ रुपए हो गया.
रिपोर्ट के मुताबिक, पीएनबी की रिकॉर्ड आमदनी का बड़ा हिस्सा उसकी हाउसिंग फाइनेंस यूनिट में हिस्सेदारी बेचने से आएगा. पीटीआई के मुताबिक, पीएनबी और कार्लाइल ग्रुप पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस में कम-से-कम 51 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया शुरू करने की योजना बना रहे हैं. पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस में पीएनबी बैंक का 32.79 प्रतिशत हिस्सा है, वहीं कार्लाइल ग्रुप की पेड अप इक्विटी शेयर कैपिटल में 32.36 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
पांचवीं सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस देश की पांचवीं सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है. 31 मार्च तक कंपनी के पास 62,252 करोड़ रुपए का एसेट अंडर मैनेजमेंट था. मई महीने में क्वॉलिटी इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स ने पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस में 4.8 फीसदी ओपन मार्केट ट्रांजैक्शन के जरिए 1,024 करोड़ रुपए में बेच दी थी. अब पीएनबी और कार्लाइन ग्रुप अपनी हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया शुरू करने की योजना बना चुके हैं.