मुंबई
कमर दर्द पर नियंत्रण के लिए दवा के साथ अममून डॉक्टर कमर में एक पट्टा बांधने की भी सलाह देते हैं। लेकिन कुछ लोग कमर दर्द के बहाने दुबई से भारत में गोल्ड की तस्करी कर रहे हैं। डीसीपी निसार तांबोली के अनुसार, ‘हमने ऐसे ही एक गिरोह के 5 लोगों को बुधवार को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में 2 महिलाएं भी हैं। क्राइम ब्रांच ने सभी आरोपियों के पास से 2 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के गोल्ड के बिस्किट व नगदी भी जब्त की है। सीनियर इंस्पेक्टर चिमाजी आढाव द्वारा की गई जांच में पता चला कि भारत के अलग-अलग शहरों से कई महिलाओं को दुबई में बुलाया जाता है। उनके वहां के होटलों में रहने की व्यवस्था होती है। बाद में वहां उनकी कमर में उस तरह का पट्टा बांधा जाता है, जिससे दर्द पर नियंत्रण होता है। इसी पट्टे में सोने के पतले बिस्किट पैक किए जाते हैं। पैकिंग इस तरह की होती है कि एयरपोर्ट के एक्सरे मशीनों में बिस्किट दिखें ही नहीं। बाद में इन महिलाओं का दुबई से भारत के उन शहरों का एयर टिकट बुक कराया जाता है, जो अपेक्षाकृत छोटे होते हैं, मसलन पुणे, भोपाल वगैरह। गोल्ड तस्करों का अनुभव है कि मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु जैसे बड़े हवाई अड्डों की तुलना में छोटे एयरपोर्ट्स पर सुरक्षा थोड़ी ढीली होती है। इस तरह दुबई से भेजे गए सोने के बिस्किट भारत के गोल्ड मार्केट में बहुत आसानी से बिक जाते हैं।
इसलिए होती है तस्करी
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार, दुबई में 116 ग्राम के एक गोल्ड बिस्किट का दाम करीब ढाई लाख रुपये होता है। मुंबई में यह करीब सवा तीन लाख रुपये में बिकता है। मतलब एक बिस्किट पर 75 हजार का मुनाफा। जिस महिला को बिस्किट तस्करी का जरिया बनाया जाता है, उसकी कमर में कम से कम 9 से 10 बिस्किट बांधे ही जाते हैं। यानी एक ट्रिप पर साढ़े सात लाख रुपये का मुनाफा। यदि महिला को दुबई बुलाने, होटल में ठहराने और उसका कमिशन निकाल दिया जाए, तो भी रैकेट के सरगना की खुद की तिजोरी में 2-3 लाख रुपये आ ही जाते हैं।
जो महिला दुबई से यह गोल्ड लेकर आती है, उसे एयरपोर्ट के बाहर दुबई के सरगना का आदमी मिलता है। वह उससे गोल्ड लेता है और फिर जूलरों को बेच देता है। इस मोडस ऑपरेंडी से कई साल से गोल्ड की तस्करी हो रही थी। यह रैकेट पकड़ा किसी और वजह से गया। दुबई से कमर में बांध कर गोल्ड लाई एक महिला जैसे ही पुणे एयरपोर्ट के बाहर आई और उससे जैसे ही एक आदमी ने सोने के बिस्किट लिए, उसे एक अन्य आदमी ने ‘पुलिस वाला’ बताकर घेर लिया और कहा कि जरा दिखाओ, यह क्या है। उसी दौरान महिला से एक और आदमी मिला। उसने कहा कि वह ही दुबई के सरगना का पुणे का असली पंटर है। उसने भी उससे दुबई से लाए गए सोने के बिस्किट मांगे। उसी में उन सभी लोगों के बीच झगड़ा हुआ। यह बात बाद में मुंबई में एसीपी अभय शास्त्री तक पहुंची। इसी के बाद लगाए गए ट्रैप में कमर दर्द के जरिए ‘गोल्डन’ धंधा करने वाला यह रैकेट पकड़ा गया।