पुणे. मराठा आरक्षण के मुद्दे पर महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार में मंत्री पंकजा मुंडे ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है। गुरुवार को पंकजा ने कहा कि अगर वह इस मुद्दे की प्रभारी होती तो निर्णय लेने में बिल्कुल भी देरी नहीं करती। पंकजा का यह बयान शिवसेना सांसद संजय राउत के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था,”भाजपा के भीतर मुख्यमंत्री को बदलने की बात हो रही है।” मराठा आरक्षण को लेकर मराठी समुदाय के लोग पिछले चार दिनों से सड़कों पर हैं, इस दौरान उन्होंने राज्य में कई हिस्साें में हिंसक प्रदर्शन किया।
पंकजा ने कहा- मैं सिर्फ आंदोलनकारियों से मिलने आई हूं
– मुंडे ने बीड़ जिले के पारली में मराठा प्रदर्शनकारियों से मुलाकात के दौरान कहा,”मराठा आरक्षण की फाइल यदि मेरी मेज पर होती, मैं उसे एक पल के लिए भी देरी नहीं करती। इस मुद्दे पर इसलिए देरी हो रही है क्योंकि यह उच्च न्यायालय में लंबित है।” पंकजा ने कहा कि वे मराठा आंदोलनकारियों से मिलने के लिए आईं हैं कोई समझौता करने नहीं आई।
मुख्यमंत्री ने कहा- हम मांगों पर विचार कर रहे हैं
– मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा प्रदर्शन हिंसक होने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पूरे मामले पर बयान दिया था कि सरकार ने मराठा समुदाय के विरोध का संज्ञान लिया है और इस पर कई फैसले लिए हैं। सरकार उनसे बात करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार ने मराठा समुदाय के आरक्षण के लिए कानून बनाया था लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने उस पर स्टे लगा दिया था।