पटना : बिहार के पटना में बीमार महिलाओं के लिए चलाए जाने वाले एक शेल्टर होम में दो युवतियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने के बाद चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही, शेल्टर होम चलाने वाले एनजीओ के चिरंतन कुमार और मनीषा दयाल को गिरफ्तार किया गया है। दूसरी ओर, दोनों युवतियों का इलाज करने वाले डॉक्टर और नर्स फरार हैं। पुलिस ने सोमवार देर रात तक चिरंतन और मनीषा से पूछताछ की। पूर्व मॉडल मनीषा की कई नेताओं के साथ तस्वीरें वायरल होने के बाद विवाद उठा था कि उसकी पावरफुल लोगों तक पहुंच है। फोटो वायरल होने पर जेडीयू नेता श्याम रजक ने सफाई दी है। उनका कहना है कि उन्होंने शेल्टर होम के एक कार्यक्रम में बतौर अतिथि शिरकत की थी।
दोनों युवतियों की उम्र 17 और 21 साल थी। शेल्टर होम का कहना है कि दोनों को डायरिया और तेज बुखार था। वहीं अस्पताल का कहना था कि दोनों युवतियां शुक्रवार रात मरी हालत में लाई गई थीं। पुलिस को इसकी जानकारी 36 घंटे बाद दी गई थी। जदयू नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक के साथ मनीषा के कई फोटो वायरल हुए हैं
देवरिया कांड में SIT रिपोर्ट पेश
देवरिया के शेल्टर होम में बच्चियों के साथ देह व्यापार के मामले में इलाहबाद उच्च न्यायालय में एसआईटी ने शुरुआती जांच रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट देखने के बाद अदालत ने राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगाई। अदालत ने पूछा कि कौन सी एनजीओ अच्छी है, जहां लड़कियों को रखा जा सकता है। साथ ही देवरिया के सभी एसएचओ को लेकर भी जानकारी मांगी है।
तीन पुलिसकर्मी निलंबित
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में शहीद खुदीराम बोस सेंट्रल जेल के तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इसी जेल में आरोपी ब्रजेश ठाकुर बंद है। दरअसल, शनिवार को जेल के औचक निरीक्षण के दौरान ब्रजेश ठाकुर के पास से दो पन्ने बरामद किए गए थे, जिन पर बिहार की एक मंत्री समेत 40 लोगों के मोबाइल नंबर लिखे हुए थे।
सोशल मीडिया पर सक्रिय मनीषा
बिहार के शेल्टर होम की प्रमुख आरोपी बताई जा रही मनीषा दयाल खुद को एनजीओ अनुमाया ह्यूमन रिसोर्स फाउंडेशन का डायरेक्टर बताती है। वह मॉडल रह चुकी है। वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय है। अलग-अलग प्रोग्राम की तस्वीर अपलोड करती रहती है। ज्यादा लोग उसे मिलि के नाम से जानते हैं। वह अपनी पोस्ट के जरिए दावा करती है कि उसने महिला सशक्तिकरण के लिए कई काम किए हैं। हाल ही में उसने तीज मेले का आयोजन किया था, जिसमें महिलाओं को ‘तीज क्वीन’ और ‘मिस प्रिंसेज’ घोषित किया गया था।