मुंबई
नशेड़ियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी धरपकड़ के लिए मुंबई पुलिस की ऐंटी नार्कोटिक्स शाखा और क्राइम ब्रांच ने इन दिनों जबरदस्त मुहिम छेड़ी है। गुरुवार को ऐंटि नार्कोटिक्स सेल ने जहां 9 किलो से अधिक के गांजे समेत 8 लोगों को पकड़ा। वहीं, क्राइम ब्रांच ने हाल में डेढ़ करोड़ रुपये का मफेड्रिन ड्रग्स जब्त किया। प्रशासन की कार्रवाई से जहां नशेड़ियों में हड़कंप मचा है, वहीं पुलिस से बचने के लिए नशे के सौदागरों ने नई तरकीब निकाली है।
पुलिसकर्मियों की गिरफ्त से दूर: ऐंटि नार्कोटिक्स सेल (एएनसी) से मिली जानकारी के अनुसार, ड्रग्स पैडलरों इन दिनों नशे की दुनिया में एक-दो नहीं, बल्कि दर्जनों किस्म के नए ड्रग्स बाजार में उतार रहे हैं। यह ड्रग्स नए नाम के साथ नशेड़ियों तक पहुंचाए जा रहे हैं। इनमें दो या दो से अधिक ड्रग्स को मिलाकर एक मिश्रण (कॉकटेल) तैयार किया जाता है, जिसे एक नया नाम दिया जाता है। यह नाम पुलिस के लिए नए होते हैं, जिसके चलते जांच एजेंसियों को नए ड्रग्स के बारे में पता नहीं चलता है और नशेड़ी जल्द पकड़े नहीं जाते। मुंबई के डीसीपी-एएनसी शिवदीप लांडे बताते हैं कि अधिक मुनाफा कमाने के मकसद से ड्रग्स में मिलावट की जाती है। ऐसे मिलावटखोरों को पकड़ने के लिए अभी तक कोई खास उपकरण, व्यवस्था या प्रक्रिया उपलब्ध नहीं है, जिससे इनकी आसानी से शिनाख्त की जा सके।
महंगे होते हैं मिलावटी ड्रग्स
नशे के कारोबार पर नजर रखने वाले जानकार बताते हैं कि दो ड्रग्स को मिलाकर तैयार किया गया नया ड्रग्स पहले वाले ड्रग्स के बनिस्पत महंगा होता है। जैसे- हेरोइन और हशीश को मिलाकर ‘ब्लैक रशियन’, हेरोइन और कोकीन को मिलाकर ‘स्पीड बॉल’ या ‘पैराशूट’ और हेरोइन व मारिजुआना के मिश्रण से ‘ए-बॉम्ब’, जबकि एवरेस्ट या बजूका को कोकीन और मारिजुआना को मिलाकर बनाते हैं। हेलुसिनेशन की दवा फेनसाइक्साइडिन और एक्सटसी को मिलाकर ‘पिकाचु’ ड्रग्स बनाते हैं। ये सभी कॉकटेल ड्रग्स हैं। इसकी एक डोज की कीमत 2 हजार से लेकर 6 हजार रुपये तक होती है।
इन कॉकटेल ड्रग्स का इस्तेमाल अधिकतर रेव पार्टियों में होता है, इसलिए कॉकटेल ड्रग्स के ग्राहक ऊंचे तबके से जुड़े लोग हैं। अपराध शाखा के पूर्व डीसीपी निसार तांबोली कहते हैं कि ड्रग्स के सौदागर दो अलग-अलग ड्रग्स को मिलाकर उससे बने कॉकटेल ड्रग्स को नए-नए नाम देकर उसका इस्तेमाल सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए करते हैं।
जानलेवा होता है कॉकटेल ड्रग्स
डॉक्टर आशीष तिवारी बताते हैं कि दो खतरनाक ड्रग्स को मिलाकर बनाया गया कॉकटेल ड्रग्स सेहत के लिए काफी खतरनाक है। इसके सेवन करने से न सिर्फ दिल की धड़कन धीमी हो सकती है, बल्कि दिमाग की नसें भी काम करना बंद कर सकती हैं। इसके अलावा, डिप्रेशन, हर्ट अटैक, स्ट्रोक और कोमा से लेकर मौत भी हो सकती है। मगर, अफसोस कि आजकल युवा वर्ग नशे के सौदागरों की इस नई साजिश को समझ नहीं पा रहा है और इस तरह के कॉकटेल ड्रग्स का बेखौफ होकर इस्तेमाल कर रहा है।