मुंबई
महाराष्ट्र ऐंटी टेररेज्म स्क्वॉड (एटीएस) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड में बड़ी सफलता मिली है। बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड की जांच सीबीआई के पास है। एटीएस और सीबीआई ने शूटर सचिन अंदुरे को गिरफ्तार कर लिया है। बेंगलुरु में गौरी लंकेश मर्डर की जांच कर रही एसआईटी से सीबीआई को नरेंद्र दाभोलकर के कथित हत्यारे का सुराग मिला था।
बता दें कि दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के समय दाभोलकर मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। इस हत्याकांड के बाद जांच अधिकारियों ने कई आरोपियों को पकड़ा, जिनमें हिंदू जनजागृति समिति के सदस्य डॉ वीरेंद्र तावड़े भी शामिल हैं। इसके कुछ दिनों बाद अधिकारियों ने मनीष नागौरी और विकास खंडेलवाल को भी अरेस्ट किया था। मगर इनके खिलाफ पुख्ता सबूत न होने की वजह से इन्हें छोड़ना पड़ा था। साल 2015 में दाभोलकर की हत्या के मामले में समीर गायकवाड़ को अरेस्ट किया गया। गायकवाड़ से पूछताछ के बाद कई बातें सामने आईं और जांच अधिकारियों ने 2016 में डॉ वीरेंद्र तावड़े को गिरफ्तार किया था।
26 लोगों की लिस्ट मिलने से उठा पर्दा
इधर पत्रकार गौरी लंकेश की 5 सितंबर 2017 को बेंगलुरु में हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड की पड़ताल में जुटी विशेष जांच टीम (एसआईटी) एक के बाद एक लोगों को गिरफ्तार करके पूछताछ कर रही थी। जांच टीम ने 200 लोगों की सूची बनाई, जिनमें से ज्यादातर हिंदू कट्टरपंथी थे। टीम ने इनकी कॉल डीटेल की पड़ताल शुरू की। इसके कुछ ही दिनों बाद गौरी लंकेश हत्याकांड में हिंदू युवा सेना के सदस्य केटी नवीन कुमार को अरेस्ट किया गया। इनके अलावा अमित देगवेकर को गोवा से और अमोल काले को पुणे के पिंपरी-चिंचवाड़ से पकड़ा गया। गौरी लंकेश मर्डर के बारे में पूछताछ कर रही टीम को अमोल काले से नरेंद्र दाभोलकर के कथित हत्यारे के सुराग मिले। टीम को काले के पास से एक डायरी मिली, जिसमें 26 कथित हिंदू विरोधी लोगों के नाम मिले। उससे पूछताछ के बार दाभोलकर हत्याकांड के बारे में कई अहम जानकारियां हाथ लगीं।
महाराष्ट्र एटीएस हुई सतर्क
दाभोलकर हत्याकांड में सुराग का पता चलने पर इसकी जानकारी फौरन महाराष्ट्र एटीएस को दी गई। कार्रवाई के दौरान एटीएस ने वैभव राउत, शरद कालस्कर और सुधन्वा गोंधालेकर को अरेस्ट किया। पूछताछ में पकड़े गए कालस्कर ने दाभोलकर की हत्या में अपना हाथ होने की बात कबूल की, जिससे सचिन अंदुरे की गिरफ्तारी का रास्ता साफ हुआ।
गौरी लंकेश हत्याकांड में एसआईटी के हेड और आईजी बीके सिंह ने बताया, ‘गौरी लंकेश हत्याकांड हमारे लिए एक जटिल मर्डर केस था लेकिन हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं। जिस तरह से लोगों की हत्याएं हुई हैं, ऐसा संभव है कि वे एक-दूसरे से जुड़े हैं। जांच के दौरान हमें कई फोन नंबर मिले, जिन्हें हम संदिग्ध मान रहे हैं। हमने ये नंबर महाराष्ट्र एटीएस को दिए और उन्होंने आगे की जांच बढ़ाई।’
दाभोलकर केस में कर्नाटक लिंक की पुष्टि करते हुए सीबीआई जांच अधिकारी एसआर सिंह ने कहा, ‘जांच टीमों के बीच लगातार सूचनाओं का आदान-प्रदान हुआ। कर्नाटक के पुलिसकर्मियों ने यह जानकारी हमसे शेयर की। जिसके बाद गिरफ्तारी में कामयाबी हासिल हुई।’
‘साजिश का पर्दाफाश होने में लगेंगे 6 महीने’
उन्होंने कहा, ‘सभी चार मामलों (दाभोलकर, पानसरे, लंकेश और एमएम कलबुर्गी) में जांच अभी जारी है। पूरी साजिश का पर्दाफाश होने में छह महीने लगेंगे।’
आरोपी के पकड़े जाने पर दाभोलकर की बेटी मुक्ता दाभोलकर ने कहा, ‘हाई कोर्ट ने इस मामले में कई जांच एजेंसियों को एक-दूसरे का सहयोग करने के निर्देश दिए थे। यह उसी आपसी सहयोग का नतीजा है। इन मामलों में कई एजेंसियां शामिल हैं और मुझे उम्मीद है कि जल्द ही मास्टरमाइंड भी पकड़े जाएंगे।’