मुंबई
क्या भगोड़ा अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम अपने जिन सहयोगियों पर भरोसा नहीं करता है, उन्हें वह बाहर निकाल रहा है? सूत्रों की मानें तो जबीर मोती को खुद दाऊद इब्राहिम ने ही लंदन में गिरफ्तार करवाया है। दाऊद की इस कथित रणनीति से उसके विरोधियों के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियां भी हैरान हैं। अगर सूत्रों की मानें तो अपने सबसे वफादार सहयोगी छोटा शकील को अपनी जगह दिखाने के बाद, बीते कुछ समय से बीमार दाऊद चाहता हैं कि उसका परिवार अब उसके कारोबार संभालें। दाऊद का मुख्य सहयोगी जबीर मोती की हाल ही में लंदन में गिरफ्तार किया गया है। यह इसी ओर इशारा कर रहा है कि दाऊद एक-एक करके अविश्वसनीय सहयोगियों को बाहर का रास्ता दिखा रहा है। भारतीय खुफिया सूत्रों ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि दाऊद ने ही जबीर को गिरफ्तार करवाया होगा।
कुछ महीनों से बीमार है दाऊद
विश्वस्त सूत्रों ने बताया, ‘दाऊद पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहा है और अब वह अपना कारोबार न सिर्फ यूके और यूएस में बल्कि एशियन और अफ्रीकन देशों में भी धीरे-धीरे समेटना चाहता है। वह चाहता है कि दूसरे कारोबार अब उसका भाई अनीस इब्राहिम और उसके परिवारवाले संभालें। शायद वह यह नहीं चाहता है कि उसके परिजनों को कोई परेशानी हो।’
हालांकि, जबीर की लंदन में गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों को कुछ आशा की किरण नजर आई है। खासकर उन एजेंसियों को जो मोजैम्बिक में इसी साल बिजनस टाइकून प्रमोद गोयनका (52) के अपहरण और हत्या की जांच कर रहे हैं।
इंटरपोल के जरिए लंदन पुलिस से संपर्क
सूत्रों की मानें तो भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अब इंटरपोल के जरिए लंदन पुलिस से संपर्क कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां लंदन पुलिस से जबीर से कस्टडी नहीं ले सकती हैं। इंटरपोल यूके पुलिस के सामने जबीर से पूछताछ कर सकती है।
लंदन में रहने वाला पाकिस्तानी नागरिक जबीर यूके और यूएस में दाऊद का वित्तीय कारोबार संभालता था। वह दाऊद के सहयोगी इकबाल मिर्ची और उसके लंदन में रहने वाले कारोबारी भांजे आसिफ के भी बहुत नजदीक है। इजराइल की जासूसी एजेंसी जो गोयनका के मूवमेंट को मैप्यूटो एयरपोर्ट से फॉलो कर रही थी, उसने कहा था कि उन्हें शायद आसिफ के कहने पर पाकिस्तानी गैंग ने स्वाजीलैंड में किडनैप किया होगा।
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, ‘जबीर और आसिफ की जोड़ी अभी नई है। हमें पूरी उम्मीद है कि जबीर से पूछताछ के बाद हमें प्रमोद गोयनका के अपहरण और हत्या के पीछे के सही कारणों का पता चल सकेगा।’