मुंबई: मुंबई की घाटकोपर पश्चिम विधानसभा सीट से भाजपा विधायक राम कदम ने दही हंडी उत्सव के
दौरान लड़कों को लड़की भगाने में मदद करने का ऑफर दिया। उनके इस बयान की क्लिप ायरल होने के बाद विपक्ष ने विधायक और भाजपा को आड़े हाथों लिया है। एनसीपी ने विधायक राम कदम को भाजपा का रावणी चेहरा करार दिया है। विपक्ष ने सवाल किया है कि क्या जनता ने लड़कियां भगाने के लिए कदम को विधायक चुना है। सोशल मीडिया में भी इस पर चर्चा हुई। विपक्ष ने राम कदम को बताया भाजपा का रावणी चेहरा
दी सफाई: मामला तूल पकड़ने के बाद राम कदम ने कहा कि उनके कहने का मतलब वह नहीं था, जो निकाला जा रहा है। उन्होंने ये बातें बहुत हल्के-फुल्के माहौल में कही थीं। कुछ राजनीतिक दल क्लिप के सहारे राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं।
बरसा विपक्ष: एनसीपी विधायक जीतेंद्र अव्हाड ने कहा कि भाजपा विधायक का वक्तव्य एक बेटी के पिता के रूप में मेरे लिए बहुत डरावना है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सांसद अशोक चव्हाण ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देते हैं और दूसरी तरफ उनके विधायक युवकों को लड़की भगाने में मदद का ऑफर दे रहे हैं।
क्या कहा था: दही हंडी उत्सव के मंच से विधायक ने युवाओं को ऑफर दिया, ‘किसी भी काम से मुझसे मिल सकते हो। साहब, मैंने उसे प्रपोज किया है, लेकिन वह इनकार कर रही है, प्लीज मदद करो। सौ प्रतिशत मदद करूंगा। अपने माता-पिता को लेकर मेरे पास आओ, अगर उन्होंने कहा कि लड़की पसंद है, तो लड़की को भगाकर लाकर तुम्हें दूंगा। लड़की को भगाने में तुम्हारी मदद करूंगा। मेरा फोन नंबर लो और मुझसे संपर्क करो।’
विधायक जैसे संवैधानिक पद पर जनता द्वारा निर्वाचित किसी भी व्यक्ति से समझदारी और जिम्मेदारी की अपेक्षा की जाती है, लेकिन जब कोई विधायक ऐसी ओछी बात करता है, तो अपने समर्थकों को भी शर्मसार करता है। ऐसे लोगों को जनता तो समय आने पर सबक सिखा ही देगी, लेकिन पुलिस को भी संबंधित कानून के तहत नेता के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।