मुंबई
मुंबई में एक बुजुर्ग की हत्या में शामिल पोते को वारदात के 36 घंटे बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्या को अंजाम देने में उसका सहयोग करने वाले चार अन्य आरोपियों को भी एमआरए मार्ग पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद आरोपियोंं को रिमांड पर भेजने का आदेश दिया गया। बता दें कि 87 वषीय बुजुर्ग अजा तेंजिंग लामा मुंबई स्थित फोर्ट बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर रहते थे। उनकी सोमवार की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बुजुर्ग अजा का शव दूसरे दिन मिला था। इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने में जुटी पुलिस को पड़ताल के दौरान पता चला कि अजा का 29 वर्षीय पोता दोरजी लामा इस हत्या में संदिग्ध है। इसके बाद पुलिस ने उसे डोंबिवली से पकड़कर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान घटनाक्रम का खुलासा हुआ।
दादा की प्रॉपर्टी पर थी नजर
बता दें कि गुरुवार को एमआरए मार्ग पुलिस ने डोंबिवली से आरोपी दोरजी को गिरफ्तार किया था। दोरजी ने पुलिस को बताया,’मैं अपने दादा से बदला लेना चाहता था। मेरे दादा पहले मेरी मां का शोषण करते थे।’ पुलिस की मानें तो दोरजी की नजर अपने दादा की प्रॉपर्टी पर भी थी। दोरजी के दादा का एक फ्लैट संत निवास बिल्डिंग में है। वहीं दक्षिण मुंबई में उनकी दो दुकानें भी हैं।
20 साल पहले हो गई थी बुजुर्ग के बेटे और पत्नी की मौत
बुजुर्ग अजा की पत्नी, बेटे और बेटी की मौत 20 साल पहले ही हो चुकी थी। उनकी बहू अपने बेटे दोरजी के साथ डोंबिवली में रहती हैं। बता दें कि दोरजी एक हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ विष्णु नगर और डोंबिवली में कई ममाले दर्ज हैं। बुजुर्ग हत्याकांड के बारे में जोनल डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने बताया, ‘हमने आरोपी दोरजी से पूछताछ की तो पहले उसने हत्या में खुद के शामिल होने की बात से इनकार कर दिया था। जब हमने उस पर दबाव बनाया तो उसने अपने दादा की हत्या की बात स्वीकार कर ली।’
हत्या के लिए दी थी सुपारी
सूत्रों के मुताबिक आरोपी दोरजी ने अपने दादा की हत्या के लिए सुपारी देने की बात स्वीकार की है। उसने दादा की हत्या के एंजल भिसे (20), आनंद रे (20), उत्कर्ष सोनी (21) और जयेश कन्नौजिया (19) को सुपारी दी थी। आरोपियों ने अजा के सीने और पेट पर चाकू से हमला कर वारदात को अंजाम दिया।
एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर संजय कांबले ने हत्या में प्रयोग किए गए हथियार को बरामद कर लिया है। हत्या में शामिल सभी आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सभी को रिमांड पर भेजने का आदेश दिया गया।