मुंबई: इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के सरगना खुर्शीद अंसारी उर्फ खुर्शीद आलम की नेपाल में हत्या कर दी गई है। वह भारत के सात शहरों में कराए गए बम धमाकों में शामिल रहा था। एक शीर्ष अधिकारी ने कि खुर्शीद भारत से भागे आतंकियों को नेपाल में शरण भी देता था। वह नेपाल में एक इंग्लिश बोर्डिग स्कूल का प्रिसिंपल था। वह आतंकियों को नेपाली नागरिकता दिलाकर इसी स्कूल में टीचर भी बनवा देता था। आठ महीने पहले जब इंडियन मुजाहिदीन का असिस्टेंट चीफ अब्दुल सुहान कुरैशी उर्फ तौकीर और आरिज खान उर्फ जुनैद पकड़े गए थे, तब उन्होंने खुर्शीद आलम का नाम लिया था।
गुरुवार रात को नेपाल के सुनसारी शहर के हरिनगर इलाके में भुतहा बाजार में दो बाइक सवारों ने खुर्शीद के पास आकर उसे गोली मार दी। वारदात के बाद वे फरार हो गए। खुर्शीद की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई।
खुर्शीद गोरखपुर, फैजाबाद, जयपुर, वाराणसी, अहमदाबाद, लखनऊ और दिल्ली के बम धमाकों में शामिल था। उसने इन धमाकों में शामिल सलमान शेख, डॉक्टर शाहनवाज, बड़ा साजिद, मोहम्मद खालिद और अबू राशिद को नेपाल में सिर्फ शरण ही नहीं दी , बल्कि उन्हें नेपाली नागरिकता भी दिलवाई। उसने सुनसारी जिले से इन सभी के साल 2009 में पासपोर्ट बनवाए थे। इसके बाद ये सभी आरोपी नेपाल से अल अरबिया फ्लाइट से किसी अज्ञात देश में भाग गए। तभी से खुर्शीद आलम भारतीय जांच एजेंसियों की नजर में था।
कौन था खुर्शीद आलम
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, खुर्शीद नेपाली नागरिक था
वह पाकिस्तान में बैठे इंडियन मुजाहिदीन और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारियों-दोनों से सीधे संपर्क में था ISI के जरिए उसने पाकिस्तान में छापे गए करोड़ों रुपये के भारतीय जाली नोट भारत में चलवाए थे.