Saturday, September 21metrodinanktvnews@gmail.com, metrodinank@gmail.com

राफेल पर ओलांद का सनसनीखेज खुलासा ‘भारत सरकार ने दिया था रिलायंस का नाम’

नई दिल्ली : फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के खुलासे से शुक्रवार को राफेल मामले में नया मोड़ आ गया। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, ओलांद ने ‘मीडियापार्ट’ नाम की फ्रेंच मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘राफेल सौदे के दौरान भारत सरकार ने ऑफसेट करार के लिए सिर्फ एक कंपनी का नाम सुझाया था और वह थी रिलायंस डिफेंस। हमारी सरकार के पास कोई विकल्प नहीं था और भारत सरकार ही थी, जिसने दसॉ के साथ बातचीत के लिए इस ग्रुप का नाम सुझाया।’
रिलायंस डिफेंस अनिल अंबानी की कंपनी है और कांग्रेस शुरू से ही मोदी सरकार पर इस सौदे में अंबानी समूह को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाती रही है। ओलांद का बयान सामने आने के बाद रक्षा मंत्रालय ने सफाई दी कि भारत सरकार ओलांद के बयान की सचाई का पता लगा रही है।
सरकार फिर दोहराती है कि कमर्शल फैसला लेने में न तो भारत सरकार, न ही फ्रांस की सरकार का कोई रोल रहा है। ‘आप’ पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि रोज भारत सरकार के बयान झूठे साबित हो रहे हैं। लोगों को अब यकीन होने लगा है कि कुछ बहुत ही बड़ी गड़बड़ हुई है, वरना भारत सरकार रोज एक के बाद एक झूठ क्यों बोलेगी/ कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने ट्वीट कर पूछा कि अब ओलांद यह भी बता दें कि एक राफेल की कीमत जो 2012 में 590 करोड़ रुपये थी, वह 2015 में 1690 करोड़ रुपये कैसे हो गई। आेलांद और मोदी ने 10 अप्रैल 2015 को पैरिस में राफेल सौदे का ऐलान किया था। पीएम ने देश से धोखा किया है। यह शहीदों के खून का अपमान है।

Spread the love