मुंबई: मुंबई में देश के पहली कोस्टल रोड का निर्माण अक्टूबर में भूमिपूजन के बाद शुरू हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका भूमिपूजन कर सकते हैं। बीएमसी की स्थायी समिति ने 12,721 करोड़ रुपये की लागत से कोस्टल रोड के पहले चरण के निर्माण कार्य को मंजूरी दे ही दी। इसे 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण में 9.98 किलोमीटर का निर्माण कार्य किया जाएगा। 1991 के डिवेलपमेंट प्लान में चिह्नित यह प्रॉजेक्ट अब जाकर साकार हो रहा है। केंद्र और राज्य समेत कुल 18 तरह की एनओसी मिलने के बाद इसके निर्माण का रास्ता साफ हुआ है। नगरसेवकों ने खुली जगह पर शहीद स्मारक, जॉगिंग ट्रैक समेत कई अन्य तरह के सुझाव दिए
कोस्टल रोड के निर्माण के बाद मुंबईकरों को करीब 70 हेक्टेयर खुली जमीन मिलेगी
70 हेक्टेयर खुली जगह
लागत पर सहमति: कोस्टल रोड की लागत को लेकर मचा बवाल भी मंगलवार को खत्म हो गया। 6,851 करोड़ रुपये की शुरुआती अनुमानित लागत की बजाय 8,429 करोड़ रुपये की लागत समेत कुल 12,721 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए गए। बीएमसी कमिश्नर अजय मेहता ने कोस्टल रोड की लागत में हुई वृद्धि पर सफाई पेश की। मेहता ने कहा, ‘सलाहकार की मदद से कीमतों में हुई बढ़ोतरी के हर पहलू पर विचार किया गया है। इसमें टैक्स और विभिन्न शुल्क के रूप में 4,302 करोड़ रुपये शामिल हैं। इसका बड़ा हिस्सा आखिर बीएमसी के पास टैक्स के रूप में जमा होगा। प्रॉजेक्ट के सलाहकारों पर 246 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।’
कोस्टल रोड का बनाया जाना इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में मील का पत्थर होगा। हालांकि देखना यह होगा कि ट्रैफिक की समस्या को हल करने के रूप में यह इंजिनियरिंग निर्माण कितना कारगर होगा। इसकी अच्छी योजना की बदौलत मुंबई की रफ्तार को पंख लग सकते हैं।