मुंबई: सायन अस्पताल की बदहाली पर बीएमसी की स्वास्थ्य समिति में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। डिलिवरी वॉर्ड में जन्म ले रहे कॉकरोच और कपड़ा धुलाई न होने के कारण लटक रहे ऑपरेशन का मुद्दा सदस्यों ने उठाया, जिस पर प्रशासन ने तत्काल ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। अस्पताल प्रशासन ने 24 घंटे के अंदर वॉर्ड नं. 15 में भर्ती सभी महिला मरीजों और उनके बच्चों को दूसरे वॉर्ड में शिफ्ट करने का फैसला लिया है।
सायन अस्पताल की डीन डॉ. जयश्री मोनकर ने कहा कि कॉकरेच की समस्या को देखते हुए हमने प्रभावित वॉर्ड में भर्ती सभी मरीजों को दूसरे वॉर्ड में शिफ्ट करने का फैसला लिया है। मच्छर, मक्खी, कॉकरोच जैसी दूसरी समस्याओं से बचने के लिए नियमित रूप से छिड़काव हो, इसके लिए खाली पड़ी पोस्ट को भरने के लिए आउट सोर्स करने का भी फैसला लिया है। स्वास्थ्य समिति सदस्य और एनसीपी नगरसेविका डॉ. सईदा खान ने कहा, बीएमसी अस्पतालों में साफ-सफाई को लेकर आए दिनों लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। पिछले साल अस्पतालों में गंदगी के चलते बीएमसी अस्पताल में उपचार ले रहे मरीजों को चूहा काटने का मामला भी सामने आया था। इस घटना के बाद हमने पेस्ट कंट्रोल पॉलिसी बनाने की मांग की थी, लेकिन उसमें कॉकरोच शामिल नहीं किया गया। पेस्ट
कंट्रोल के लिए बाहर से लाए जाएंगे कर्मचारी
सायन अस्पताल में कॉकरोच का मामला बीएमसी में गूंजा
वॉर्ड नंबर 15 के मरीजों को 24 घंटे के भीतर दूसरे वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा। हम कॉकरोच से बचाव के लिए कर्मचारियों को आउट सोर्स कर रहे हैं।
– डॉ. जयश्री मोनकर, डीन सायन अस्पताल
बीएमसी अस्पताल में सफाई के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है। कॉकरोच से मुक्ति के लिए आउटसोर्सिंग तुरंत करने का वादा किया गया है।
– डॉ. सईदा खान, राकांपा नगरसेविका
कपड़े धुलाई का अटका टेंडर जल्द से जल्द पास करने का भरोसा मिला है।