ठाणे: वेल मछली की आंतों से निकलने वाले मोम जैसे तरल पदार्थ और जंगली छिपकली की सूखी चमड़ी के तस्करों का पर्दाफाश हुआ है। ठाणे पुलिस की अपराध शाखा यूनिट-1 ने एक मछुवारे सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के पास से 20 करोड़ 20 लाख रुपये का 16 किलो माल, एक क्वालिस कार और 4 मोबाइल जब्त किए हैं। आरोपियों में रत्नागिरी निवासी दिलीप महादेव बिरजे, रायगड निवासी काशीनाथ पवार और ज्ञानेश्वर मोरे शामिल हैं, जिन्हें 6 अक्टूबर तक की पुलिस हिरासत में रखा गया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग कलवा के खारेगांव परिसर में माल बेचने आ रहे हैं। सीनियर पीआई नितिन ठाकरे की अगुवाई में एपीआई समीर अहीरराव की टीम ने जाल बिछाकर तीनों को अमित गार्डन होटल के पास धर दबोचा। तलाशी में पुलिस ने गाड़ी से वेल की उलटी और जंगली छिपकली की सूखी चमड़ी जब्त गई।
पकड़े गए मछुआरे दिलीप महादेव बिरजे को वेल की उलटी गुहागर समुद्री किनारे से मिली थी। उसने वह काशीनाथ पवार और ज्ञानेश्वर मोरे को दिखाई। मत्स्यालय में जांच के बाद उन्हें पता चला कि इसकी बाजार में अच्छी कीमत मिलती है। इसके बाद उन्होंने इसे बेचने की कोशिश की और पुलिस के जाल में फंस गए। पुलिस को संदेह है कि इनका संपर्क किसी अंतरराष्ट्रीय गिरोह से हो सकता है। पुलिस गिरोह से जुड़े कुछ और लोगों की तलाश कर रही है। डीसीपी देवराज के मुताबिक, वेल की आंतों में मोम जैसा तरल पदार्थ होता है, जो वेल के उलटी करने पर बाहर आ जाता है। पानी में तैरते हुए यह किनारे लग जाता है और सूखने पर सख्त हो जाता है। यह पदार्थ सुगंधित होता है, जिसका इस्तेमाल महंगा इत्र, स्प्रे, दवाओं, सुगंधित तेल, लुब्रिकेंट्स आदि बनाने में होता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी बहुत मांग है।