मुंबई: बारिश खत्म होते ही मुंबईकरों की समस्याएं बढ़ गई हैं। कई जगहों से पानी का दबाव कम होने की खबरें आ रही हैं। इस बीच, कई इलाकों में पाइपलाइन का काम होने से भी आपूर्ति बाधित है। हालांकि प्रशासन जल आपूर्ति में किसी भी प्र कार की कटौती न होने का दावा कर रहा है, लेकिन सूत्रों के अनुसार पानी का दबाव कम करके आपूर्ति की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने साल में एक बार के बजाय हर महीने जलस्तर की समीक्षा करने का फैसला किया है।
आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में रोज 3,800 मिलियन लीटर जल आपूर्ति की जाती है, लेकिन असल में आपूर्ति इससे ज्यादा की जाती है। महानगर को रोज 4,200 मिलियन लीटर पानी की जरूरत होती है, लेकिन झीलों में जलस्तर कम होने से इस अतिरिक्त जल आपूर्ति पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। सूत्र के अनुसार, सामान्य स्थिति में अतिरिक्त आपूर्ति कर दी जाती है, लेकिन अब यह संभव नहीं होगा।
जल आपूर्ति का प्रेशर लगभग सभी इलाकों में कम होने का आरोप नगरसेवक लगा रहे हैं। हालांकि प्रशासन की सफाई है कि बारिश के बाद अचानक खपत बढ़ने की वजह से जनता को ऐसा लग रहा है।
हर महीने की जाएगी जलस्तर की समीक्षा कई जगहों से कम दबाव से पानी आपूर्ति की शिकायतें आ रही हैं। पहले ऐसा नहीं था।
गोरेगांव जवाहर नगर, भगत सिंह नगर समेत कई इलाकों में पानी आपूर्ति कम दबाव से की जा रही है। जनता रोज शिकायत कर रही है।
ठाकुर कॉम्पलेक्स, ठाकुर विलेज समेत कांदिवली के कई इलाकों में पानी की परेशानी है। उच्च अधिकारियों ने स्थिति सुधारने का वादा किया है।