मुंबई, महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की हवा एक बार फिर निकल गई। कहा गया था कि पितृपक्ष के बाद नवरात्र में मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, लेकिन इसकी संभावना अब खत्म हो गई है। हालांकि, बीजेपी के एक विधायक ने बताया कि अब तक उन्होंने हार नहीं मानी है। दशहरा के आसपास कभी भी मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। संभावना यह भी है कि चार राज्यों के चुनाव नतीजे तक बीजेपी मंत्रिमंडल विस्तार टाल सकती है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मंत्रिमंडल विस्तार में कोई दिलचस्पी नहीं है, क्योंकि मुख्यमंत्री के सामने एकनाथ खड़से एक दीवार के रूप में खड़े हैं। मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया तो खड़से को मंत्रिमंडल में लेना पड़ेगा, साथ ही उन्हें दमदार मंत्रालय भी देना पड़ेगा और मुख्यमंत्री ऐसा नहीं चाहते कि खड़से को मंत्रिमंडल में शामिल कर कोई नई समस्या खड़ी करें, लेकिन शिवसेना चाहती है कि मंत्रिमंडल का विस्तार हो ताकि वह अपने कोटे के कुछ निकम्मे मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाकर कुछ नए चेहरे को मंत्रिमंडल में स्थान दे सके।
उधर बीजेपी के सहयोगी केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले भी मंत्रिमंडल के विस्तार की आस लगा बैठे हैं। आठवले को लगता है कि राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार में उनकी पार्टी का एक व्यक्ति मंत्री बनेगा। वैसे, शुक्रवार तक मंत्रिमंडल विस्तार की कोई तैयारी नहीं दिखाई दे रही है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री दिनभर उत्तराखंड के मसूरी में रहे और शाम को मुंबई लौट आए। शनिवार को दोपहर बाद वह मुंबई से बाहर रहेंगे।