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दादर शूटआउट में पत्नी पर शक गहराया

मुंबई: गत शुक्रवार को दादर में हुई मनोज मौर्य की हत्या में गिरफ्तार हुए आरोपियों से पूछताछ के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच का इस हत्याकांड में मनोज की पत्नी पर शक गहराता जा रहा है।
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार, यह सच है कि हमारे पास इस हत्याकांड में मनोज की पत्नी के शामिल होने के सीधे कोई सबूत नहीं हैं, पर परिस्थितजनक घटनाओं की वजह से हमने उसे अभी तक क्लीन चिट भी नहीं दी है।
इस अधिकारी का कहना है कि हमारे शक या उसे अब तक क्लीन चिट न देने की कई वजह हैं। मसलन, गत शुक्रवार को जिस दिन यह वारदात हुई, मनोज मौर्य की पत्नी ने पुलिस को बताया था कि मनोज के पास दो कॉल्स आए थे। इस वजह से वह सुबह-सुबह घर से निकला था। लेकिन जब क्राइम ब्रांच अधिकारियों ने मनोज के मोबाइल का सीडीइआर निकाला, तो पता चला कि उस दिन उसके पास कोई भी कॉल नहीं आया। ऐसे में सवाल यह है कि पत्नी ने पुलिस से यह झूठ क्यों बोला
जांच में पता चला कि मनोज मौर्य के पास दादर के अलावा डोंबिवली में भी एक घर है। इस घर को कुछ समय पहले मनोज पर दबाव डालकर पत्नी ने अपने नाम करवा लिया था। सवाल यह है कि उसने ऐसा क्यों किया/ मनोज की पत्नी और मनोज हत्याकांड के मुख्य आरोपी राधाकृष्णन कुशवाहा के मोबाइल के सीडीआर से पता चला कि वह दोनों एक दूसरे के नियमित संपर्क में थे। राधाकृष्णन जब भी मुंबई आया, मनोज की पत्नी उससे नियमित मिलती रही। सवाल यह है कि ये मुलाकातें किस मकसद से होती थीं/ क्या राधाकृष्णन ने वाकई मनोज की पत्नी को नहीं बताया था कि वह मनोज को बीच रास्ते से निकाल रहा है। जांच में पता चला कि इस शूटआउट में जो पिस्तल इस्तेमाल की गई, वह यूपी से खरीदी गई थी। पुलिस को मिसगाइड करने के लिए शूटर ने गमछा अपने पास रखा था। वारदात के बाद उसने वह गमछा वारदात स्थल पर छोड़ दिया। पहले खबर आई थी कि आरोपी बाइक पर आए थे, पर क्राइम ब्रांच अधिकारियों का कहना है कि वह कहानी गलत थी। आरोपी पैदल ही वहां आए थे और फिर वारदात के बाद पैदल ही दादर स्टेशन तक गए थे। दादर से फिर वे लोकल ट्रेन से बांद्रा गए और फिर वहां से पश्चिम एक्सप्रेस में बैठकर दिल्ली भाग गए थे। मनोज मौर्य की पत्नी साल 2015 से 2017 तक दिल्ली में उसी कंपनी में काम करती थी, जिसमें मुख्य आरोपी राधाकृष्णन भी कर्मचारी था। बाद में जब मनोज मौर्य को दोनों की करीबी का पता चला, तो वह पिछले साल पत्नी के साथ मुंबई शिफ्ट हो गया। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी का कहना है कि मुंबई में भी मनोज को पत्नी के मुख्य आरोपी राधाकृष्णन से लगातार संपर्क में रहने का पता चल गया था। इस बात पर पत्नी और पति के बीच कई बार झगड़ा भी हुआ था।

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