सीबीआई ने रिश्वतकांड के आरोपी पुलिस उप अधीक्षक देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. देवेंद्र कुमार सीबीआई विशेष निदेशक राकेश अस्थाना की घूसखोरी के मामले में आरोपी हैं. सीबीआई ने अपने ही विशेष निदेशक राकेश अस्थाना समेत कई लोगों के खिलाफ घूस लेने के आरोप में FIR दर्ज की है.
इस मामले में सीबीआई देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर अपने दफ्तर पहुंची है, जहां टीम की ओर से देवेंद्र कुमार के ऑफिस में छापेमारी की गई है. सीबीआई के मुताबिक छापेमारी के दौरान देवेंद्र कुमार के पास से 8 मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं. जांच एजेंसी ने रविवार को देवेंद्र के घर पर छापा मारा था. इस मामले में पुलिस उप अधीक्षक देवेंद्र कुमार, मनोज प्रसाद, कथित बिचौलिए सोमेश प्रसाद और अन्य अज्ञात अधिकारियों पर भी मामला दर्ज किया है. मामले में की गई FIR की कॉपी ‘इंडिया टुडे’ के पास है. एफआईआर के मुताबिक अधिकारी ने हैदराबाद के व्यापारी सतीश साना, जिसका नाम मीट कारोबारी मोइन कुरैशी की जांच से जुड़े मामले में सामने आया था, के मामले को खत्म करने के लिए 3 करोड़ रुपए की रिश्वत ली थी.
इस आधार पर सीबीआई ने दर्ज की FIR
FIR के मुताबिक मनोज प्रसाद और उनके भाई सोमेश प्रसाद, सतीश साना से मिले. सतीश साना का नाम मोइन कुरैशी की जांच के दौरान सामने आया था. दुबई स्थित व्यापारी मनोज और सोमेश ने सतीश को बताया कि सीबीआई के अधिकारी की मदद से वे केस खत्म करा देंगे. सतीश का आरोप है कि सोमेश ने एक अधिकारी को फोन किया जिसने दावा किया कि वो 5 करोड़ रुपये में मामले को खत्म करा देगा लेकिन 3 करोड़ रुपये एडवांस में देने होंगे. जिसके बाद सोमेश ने सतीश को बताया कि जिस अधिकारी से उसने बात की वो राकेश अस्थाना थे और इसकी पुष्टि के लिए उसने वॉट्सऐप डीपी भी दिखाई.
सतीश की शिकायत के मुताबिक एक अक्टूबर को सीबीआई से पूछताछ के दौरान उसकी मुलाकात डीएसपी देवेंद्र कुमार से हुई जिन्होंने उसकी मुलाकात एसपी जगरूप से कराई. इस मामले में बिचौलिए मनोज को 16 अक्टूबर को दुबई से दिल्ली आने पर सीबीआई गिरफ्तार कर चुकी है.