देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी इन दिनों खुद ही जांच के घेरे में है. सीबीआई के सीनियर अफसरों में एक घूसखोरी कांड को लेकर ठन गई है. पहले सीबीआई ने अपने ही विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ केस दर्ज किया, बाद में अपने ही दफ्तर में छापा मार अधिकारी को गिरफ्तार किया. अभी भी ये मामला पूरी तरह से सुलझा नहीं है, लेकिन सीबीआई में चल रही इस रार का पूरा घटनाक्रम क्या है… यहां समझें…
1. सीबीआई ने अपने ही विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ रिश्वत लेने का मामला दर्ज किया है. आस्थाना पर धनशोधन के कई मामले में आरोपी मांस व्यापारी मोइन कुरैशी के एक मामले का निपटारा करने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है.
2. इस मामले में दूसरा बड़ा कदम उठाते हुए सीबीआई ने अपने विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ रिश्वत के आरोप के बाद अपने उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया. कुमार कुरैशी के मामले में जांच अधिकारी हैं.
3. सीबीआई ने हैदराबाद के सतीश बाबू साना की शिकायत के बाद राकेश अस्थाना, देवेंद्र और दो अन्य व्यक्ति, मनोज प्रसाद और सोमेश्वर प्रसाद के विरुद्ध 15 अक्टूबर को एफआईआर (प्रथम जांच रिपोर्ट) दर्ज की.
4. देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी का आरोप है कि दिसंबर 2017 और अक्टूबर 2018 के बीच कम से कम पांच बार रिश्वत ली.
5. 1984 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के गुजरात कैडर के अधिकारी अस्थाना पर एक कारोबारी से 3 करोड़ रुपये का रिश्वत लेने का आरोप है, जो कुरैशी के मामले के तहत जांच के दायरे में थे. यह रकम उनको जांच को प्रभावित करने के लिए दिया गया था. मामला अस्थाना की अगुवाई में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की जा रही थी.
6. सीबीआई ने बिचौलिया मनोज की गिरफ्तारी के बाद 15 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की थी. मनोज ने मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान में अस्थाना को दो करोड़ रुपये की रकम देने की पुष्टि की.
7. अस्थाना के अलावा सीबीआई ने भारत के विदेशी खुफिया एजेंसी रॉ के विशेष निदेशक सामंत कुमार गोयल का भी नाम दर्ज किया है, लेकिन उनको आरोपी नहीं बनाया गया है.
8. एक तरफ अस्थाना पर 3 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने के आरोप लगे तो राकेश अस्थाना ने ही आलोक वर्मा पर रिश्वत लेने के आरोप लगा दिए. राकेश अस्थाना ने आरोप लगाया कि वर्मा ने खुद 2 करोड़ रुपए रिश्वत ली, इसलिए अपने को बचाने के लिए उनके खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं.
9. अस्थाना का आरोप है कि वर्मा ने खुद 2 करोड़ रुपए रिश्वत ली, इसलिए अपने को बचाने के लिए उनके खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं. दूसरी ओर, सीबीआई ने ‘इंडिया टुडे’ को दिए एक बयान में अस्थाना के आरोप को झूठ और बेबुनियाद बताया है.
10. देवेंद्र कुमार और राकेश अस्थाना ने अपने खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर और गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका डाली है.