एक तरफ जहां पूरा देश करवा चौथ की खुशी मना रहा है वहीं, गाजियाबाद में एक सीआरपीएफ के जवान की पत्नी और परिवार मातम में डूबा है क्योंकि सीआरपीएफ के जवान की संदिग्ध मौत हो गई है. मध्य प्रदेश के नीमच में तैनात पंकज चौधरी कि 3 दिन पहले ड्यूटी के दौरान कमरे में लटकी हुई लाश मिली थी. सीआरपीएफ ने इसे आत्महत्या बताया और बीती देर रात मुरादनगर स्थित पंकज चौधरी के घर पर उनकी लाश को भेज दिया.
मध्यप्रदेश के नीमच में सीआरपीएफ के कॉन्स्टेबल पंकज चौधरी की संदिग्ध हालात में मौत के बाद बीती रात को शव उसके गांव मिलक रावली पहुंचा लेकिन परिजनों ने पंकज की हत्या किए जाने का आरोप लगा कर शव को स्वीकार करने से मना कर दिया है. पंकज के परिवार के लोग ग्रामीणों के साथ गांव के गेट पर ही सड़क पर बैठे हैं.
शहीद का दर्जा देने की मांग
मृतक के परिवार का कहना है कि शव पर चोट के निशान हैं. उसका चेहरा और हाथ नीले पड़े हुए हैं और सुसाइड में हाथ नीले पड़ने की कोई वजह नही है. सुसाइड पर शक इसलिए भी है कि शव बैठा हुआ मिला है जिससे लगता हैं कि उसकी हत्या की गयी है. परिवार ने शव लेने से मना कर दिया है. पूरे घटनाक्रम की जांच करके इंसाफ दिए जाने और शहीद का दर्जा देने की मांग परिवार कर रहा हैं.
गांव के लोग भी उनके साथ ही सड़क पर बैठ गए
उधर, जवान के परिजनों और रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा हाल है. पंकज का शव सीआरपीएफ की गाड़ी में मौजूद है. अन्य जवान उसके पास बैठे हुए हैं और गाड़ी गांव के ही मुहाने पर खड़ी हुई है. उसी के पास पंकज के परिजन और रिश्तेदारों के अलावा गांव के लोग भी उनके साथ ही सड़क पर बैठ गए हैं. फिलहाल इस पूरी घटना के बारे में सीआरपीएफ के उच्चाधिकारियों को भी इसकी सूचना दे दी गई है. परिवार जवान की हत्या किये जाने की बात कह रहा है और शव लेने को तैयार नहीं है. मृतक की मौत की जांच कर घटना की असलियत पता करने की मांग परिवार की है.
नीमच में संदिग्ध हालत में पंकज की मौत
आपको बता दें कि 24 अक्टूबर की रात नीमच में संदिग्ध हालत में पंकज की मौत हो गई थी. उसका शव कमरे के अंदर लटका हुआ मिला. सीआरपीएफ ने इसे सुसाइड माना और सीआरपीएफ के कमांडेंट ने परिजनों को सूचना दी थी कि पंकज ने खुदकुशी कर ली है. बीती रात से पंकज का शव सीआरपीएफ के जवान लेकर मुरादनगर पहुंचे लेकिन गांव के बाहर ही ग्रामीणों ने गाड़ी को रोक दिया.